विफलताओं का आकलन करना जरूरी : एएम मिश्र

जमशेदपुर: इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ मेटल की ओर से विफलताओं के आकलन के लिए एक दिन का क्लिनिक चलाया गया. एक्सएलआरआइ स्थित टीएमडीसी ऑडिटोरियम में आयोजित क्लिनिक सह वर्कशॉप में देश भर के जानकारों ने हिस्सा लिया. सोसाइटी फॉर फेल्योर और इंडियन सोसाइटी फॉर नन डिस्ट्रक्टिव टेस्टिंग के सहयोग से इसका आयोजन हुआ, जिसका उदघाटन कंपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2013 9:35 AM

जमशेदपुर: इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ मेटल की ओर से विफलताओं के आकलन के लिए एक दिन का क्लिनिक चलाया गया. एक्सएलआरआइ स्थित टीएमडीसी ऑडिटोरियम में आयोजित क्लिनिक सह वर्कशॉप में देश भर के जानकारों ने हिस्सा लिया. सोसाइटी फॉर फेल्योर और इंडियन सोसाइटी फॉर नन डिस्ट्रक्टिव टेस्टिंग के सहयोग से इसका आयोजन हुआ, जिसका उदघाटन कंपनी के उपाध्यक्ष एएम मिश्र ने किया.

श्री मिश्र ने उदघाटन सत्र में बताया कि किसी तरह की विफलता को रोकने के लिए जरूरी है कि विफलताओं का बेहतर आकलन हो.

इस मौके पर आयोजन समिति के चेयरमैन बीके दास, को-चेयरमैन डॉ संदीप भट्टाचार्य, संयोजक तनमय भट्टाचार्य मौजूद थे. पूरे सेमिनार के दौरान चेन्नई स्थित इंदिरा गांधी एटॉमिक रिसर्च के डॉ पी परमेश्वरन, टाटा स्टील के चीफ ब्लास्ट फर्नेस एसके राय, चीफ टेक्नॉलॉजी ऑफिसर डॉ टी वेणुगोपाल समेत कई अन्य लोगों ने विस्तार से चर्चा की.इसमें सौ से अधिक प्लांट इंजीनियरों ने हिस्सा लिया.

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