1800 करोड़ की ठगी करनेवाला गिरफ्तार

कमल सिंह को पुलिस ने गुवाहाटी से पकड़ा जमशेदपुर : जादूगोड़ा में राज डॉट कॉम के जरिये यूसीएलआइ अधिकारियों समेत स्थानीय लोगों से पैसे दोगुने करने की बात कह करीब 1800 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपी कमल कुमार सिंह को असम के गुवाहाटी स्थित दीसपुर के अहिलापाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है. उसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 6:32 AM
कमल सिंह को पुलिस ने गुवाहाटी से पकड़ा
जमशेदपुर : जादूगोड़ा में राज डॉट कॉम के जरिये यूसीएलआइ अधिकारियों समेत स्थानीय लोगों से पैसे दोगुने करने की बात कह करीब 1800 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपी कमल कुमार सिंह को असम के गुवाहाटी स्थित दीसपुर के अहिलापाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है.
उसे 19 अप्रैल की शाम को गिरफ्तार किया गया. वहां वह फ्लैट खरीद कर रह रहा था. पुलिस उसे असम से हवाई मार्ग से कोलकाता लायी. फिर सड़क मार्ग से सोमवार सुबह जमशेदपुर लाया गया. एसएसपी एवी होमकर ने बताया : कमल को घाटशिला जेल भेज दिया गया है. पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. जानकारी के अनुसार, पुलिस ने कमल के साथ नरवा पहाड़ आवासीय कॉलोनी निवासी देवाशीष नाथ उर्फ देवा को भी पकड़ा है.
लेकिन फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया है. संपत्ति सील करने में जुटी पुलिस : प्राप्त सूचना के आधार पर कमल सिंह जादूगोड़ा समेत अन्य क्षेत्रों से निवेशकों के लगभग 1800 करोड़ रुपये लेकर 23 सितंबर 2013 को जादूगोड़ा से फरार हो गया था. उसका भाई दीपक सिंह और कुछ अन्य एजेंट अब भी फरार हैं.
एसएसपी ने बताया : पूछताछ में कमल ने बताया है कि उसने ठगी के रुपये कहां- कहां इंवेस्ट किये. पुलिस उसकी इन संपत्तियों को सील करने में जुटी हैं. पुलिस को कमल के भाई दीपक कुमार सिंह का लोकेशन भी मिल गया है. पुलिस उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लेगी. उन्होंने कहा : टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को रिवार्ड मिलेगा.
सात दिनों से पुलिस ने गुवाहाटी में कैंप किया था : एसएसपी ने बताया कि कमल कुमार सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पिछले एक वर्ष से काम कर रही थी. लेकिन इधर तीन माह में पुलिस को फरार कमल के बारे में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले. कमल की अकसर जादूगोड़ा के लोगों से मोबाइल पर बात हो रही थी. तकनीकी सेल के माध्यम से पुलिस को 10 दिन पूर्व कमल कुमार का लोकेशन गुवाहाटी में मिला. इसके बाद पुलिस की टीम गुवाहाटी गयी.
टीम के लोग कमल कुमार सिंह को नहीं पहचानते थे. इस वजह से काफी परेशानी हुई. तकनीकी सेल के माध्यम से कमल द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे मोबाइल के जरिये पुलिस टीम ने उसके ठिकाने का पता लगाया. इसके बाद पुलिस टीम ने उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया.
असम पुलिस को भनक तक नहीं लगने दी
एसएसपी ने बताया कि कमल की गिरफ्तारी के लिए असम पुलिस की मदद नहीं ली गयी. इस बात का डर था कि यदि ऐसा किया गया, तो यह खबर उस तक पहुंच सकती थी. उसकी गिरफ्तारी के बाद असम पुलिस को जानकारी देकर उसे हवाई मार्ग से कोलकाता लाया गया.
कोलकाता में हुई कमल की पहचान
एसएसपी ने बताया कि असम में गिरफ्तारी के बाद कोलकाता से कमल को शहर लाने के लिए दूसरी टीम भेजी गयी थी. उन्हें इस बात की सूचना मिल रही थी कि कमल कोलकाता से भाग कर दिल्ली जा सकता है. उन्होंने एक अन्य टीम कोलकाता भेजी. कोलकाता हवाई अड्डा में पहुंचने के बाद कमल को पुलिस की दूसरी टीम ने पहचान लिया, जिसके बाद उसे सड़क मार्ग द्वारा शहर लाया गया.
करोड़ों की संपत्ति पुलिस कर चुकी है सील
कमल कुमार सिंह नरवा पहाड़ यूसीआइएल कंपनी में नौकरी करता था. 2008 में उसने नौकरी छोड़ दी. लोगों को ठगने के इरादे से राज डॉट कॉम कंपनी खोल कर रुपये दोगुना करने का झांसा देकर 100 करोड़ से अधिक की राशि वसूली. उन्होंने बताया कि पुलिस जादूगोड़ा मेन रोड में कमल कुमार के 10 करोड़ रुपये की लागत से बने मॉल को सील कर चुकी है.
छह करोड़ रुपये की लागत से बने होटल राज रिसोर्ट को भी सील कर लिया है. कमल कुमार ने राज कॉम नाम की एक मोबाइल कंपनी खरीदी थी, जिसकी कीमत पांच से छह करोड़ रुपये के बीच है. इसके अलावा उसके कुछ खातों को भी सील किया है.
वर्तमान में उसके गिरोह के अन्य साथियों की तलाश व बैंक खाता सील करने की प्रक्रिया जारी है.
कुल सात मामले हैं दर्ज
एसएसपी एवी होमकर ने बताया : कमल कुमार सिंह पर अभी तक कुल सात मामले दर्ज हैं. जादूगोड़ा में तीन और परसुडीह में चार मामले दर्ज हैं. एसएसपी ने अपील की है कि जिनके साथ ठगी हुई है, वे पुलिस को लिखित सूचना दें, ताकि कमल कुमार सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके.

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