भगवान भरोसे इंजीनियरिंग कोर्स

जमशेदपुरः सत्र की लेट-लतीफी के कारण कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के कैरियर पर असर पड़ रहा है. ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग ( गेट ) की परीक्षा पास करने के बाद भी छात्र देश के आइआइटी, आइआइएससी और एनआइटी में दाखिला लेने से वंचित हो सकते हैं, क्योंकि यहां बीटेक के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2013 5:06 AM

जमशेदपुरः सत्र की लेट-लतीफी के कारण कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के कैरियर पर असर पड़ रहा है. ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग ( गेट ) की परीक्षा पास करने के बाद भी छात्र देश के आइआइटी, आइआइएससी और एनआइटी में दाखिला लेने से वंचित हो सकते हैं, क्योंकि यहां बीटेक के फाइनल सेमेस्टर का रिजल्ट तय समय से निकलना मुश्किल है. अभी विश्वविद्यालय के फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा चल ही रही है. अक्तूबर के पहले सप्ताह तक रिजल्ट मिलने के बाद ही केयू के विद्यार्थी गेट के जरिये आइआइटी जैसे संस्थानों में एमटेक या फिर एमइ में दाखिला ले सकते हैं.

4 दिनों में रिजल्ट

इंजीनियरिंग फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट जुलाई मध्य तक निकल जाना चाहिए था, लेकिन सितंबर में भी छात्र रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. इस संबंध में विवि की ओर से बताया गया कि तीन से चार दिनों में रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा.

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फिलहाल यहां ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है कि गेट की परीक्षा पास करने के बाद भी अच्छे कॉलेज में एमटेक या एमइ में दाखिला नहीं ले सकते. एक साल बरबाद होने का जिम्मेवार कौन है, इसका कौन जवाब देगा?

चांदनी खातून, छात्रा, फाइनल सेमेस्टर

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