दवा की तरहभोजन करें : बोरवंकर

जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक एसबी बोरवंकर ने कहा कि लंबे समय तक अगर स्वस्थ जीवन जीना है तो दवा की तरह आवश्यकतानुसार (कम मात्र में )खायें अन्यथा रोग बढ़ने पर खाना की तरह (अधिक मात्र में) दवा की खुराक लेनी पड़ेगी. वे शनिवार को टाटा मोटर्स मेडिकल सोसायटी की ओर से टेल्को क्लब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2015 6:48 AM
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक एसबी बोरवंकर ने कहा कि लंबे समय तक अगर स्वस्थ जीवन जीना है तो दवा की तरह आवश्यकतानुसार (कम मात्र में )खायें अन्यथा रोग बढ़ने पर खाना की तरह (अधिक मात्र में) दवा की खुराक लेनी पड़ेगी. वे शनिवार को टाटा मोटर्स मेडिकल सोसायटी की ओर से टेल्को क्लब में आयोजित सेमिनार (दो दिवसीय) के उदघाटन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे.

बोरवंकर ने कहा कि अपनी जीवन शैली के कारण युवा वर्ग धीरे-धीरे रोग की तरफ बढ़ता जा रहा है. हम छोटे-छोटे बच्चों को जंक फूड, चिप्स, कुरकुरे खिला रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज की जीवन शैली की वजह से युवा पीठ दर्द, सिर दर्द, डायबिटीज, तनाव जैसे रोगों को आमंत्रित करते हैं जिसे जागरुकता व खान-पान पर नियंत्रण कर रोक सकते हैं.

सेमिनार का लाभ आम लोगों को भी मिले
बोरवंकर ने कहा कि आयोजन अच्छा है लेकिन यहां जो श्रोता हैं उनमें अधिकतर डॉक्टर, डीएनबी या फिर टाटा मोटर्स के उनके सहयोगी पदाधिकारी हैं. जबकि, सेमिनार से मिली जानकारी का लाभ आम लोगों को भी मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से यह आयोजन क्लब के खुले मैदान में या एलएफएस के ऑडिटोरियम में करायं.
डॉ गरिमा, डॉ यूडी देंगे व्याख्यान
सेमिनार के दूसरे दिन डॉ अनिल डिक्रूज हेड एंड नेक कैंसर( इंडिया कैंसर) के संबंध में चिकित्सकों को क्या जानना चाहिए इसके संबंध में बताएंगे. वहीं एम्स की प्रोफेसर डॉ गरिमा शुक्ला न्यूरोलोजी के संबंध में बताएंगी. डॉ अरुप रतन दत्ता गुर्दा प्रत्यारोपण के संबंध में जानकारी देंगे. डीएनबी पेपर भी पढ़ा जायेगा जिसमें बेहतर पेपर प्रस्तुत करने वालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा.
तंबाकू कैंसर का मुख्य जड़ : डॉ अनिल
मुख्य वक्ता डॉ अनिल के डिक्रूज (टाटा मेमोरियल हॉस्पीटल, मुंबई के संयोजक (हेड एंड नेक सजर्री) ने कहा कि तंबाकू के सेवन से कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा होता है. 70 प्रतिशत लोगों को जीवन शैली व खान-पान पर नियंत्रण नहीं रखने के कारण जबकि सिर्फ 30 प्रतिशत लोगों में ही कैंसर का कारण जेनेटिक होता है. उन्होंने कहा कि महिलाओ में भी धुआं से कैंसर का खतरा होता है. उदघाटन सत्र में स्वागत संबोधन डॉ एसएस परिडा, सचिव का प्रतिवेदन डॉ सलभ रस्तोगी ने दिया.
36} हृदय रोग धूम्रपान से : डॉ देवाशीष
अपोलो हॉस्पीटल कोलकाता के वरीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ देवाशीष घोष ने कहा कि सिगरेट व शराब के सेवन से बचना चाहिए. करीब 36 प्रतिशत हृदय से संबंधित रोगी सिगरेट का सेवन करने वाले होते हैं. उन्होंने कहा कि कम कोलेस्ट्रॉल व कम तैलीय भोजन ग्रहण करना चाहिए. साथ ही नियमित टहलना, व्यायाम, योग पर भी ध्यान देना चाहिए. जीवन शैली में बदलाव लाकर बहुत सारे रोगों से बचाव किया जा सकता है.

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