कुडमी सेना ने टीआरआइ की गलत रिपोर्ट की प्रति जलायी (फोटो- कुड़मी सेना के नाम से एसाइन है)
जमशेदपुर. साकची गोलचक्कर पर कुड़मी सेना के केंद्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो के नेतृत्व में विभिन्न संगठन के लोगों ने टीआरआइ की गलत रिपोर्ट को जलाया. उन्होंने कहा कि 1913 एवं 1931 के नोटिफिकेशन में कुड़मी जाति को आदिवासी घोषित किया था. इसलिए टीआरआइ के अध्यक्ष एवं मेंबरों को आदिवासियों का विरोधी नहीं बनना चाहिए. इस […]
जमशेदपुर. साकची गोलचक्कर पर कुड़मी सेना के केंद्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो के नेतृत्व में विभिन्न संगठन के लोगों ने टीआरआइ की गलत रिपोर्ट को जलाया. उन्होंने कहा कि 1913 एवं 1931 के नोटिफिकेशन में कुड़मी जाति को आदिवासी घोषित किया था. इसलिए टीआरआइ के अध्यक्ष एवं मेंबरों को आदिवासियों का विरोधी नहीं बनना चाहिए. इस अवसर पर पंचानन महतो, विशाल महतो, प्रसेनजीत महतो, मेघनाथ महतो, संजय महतो, सदानंद महतो, दीपक महतो, बोनु महतो, गणेश महतो, शिवचरण महतो, विश्वकर्मा महतो, जयराम महतो, रवीन्द्रनाथ महतो, शिव शंकर महतो, नृपेन महतो, जयराम महतो, शंभु महतो, शैलेंद्र महतो, राम प्रसाद महतो समेत कुड़मी समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे.