तैरती रही चांद उल्टा होने की अफवाह (फोटो : ऋषि.)

बेमौसम बादल व भूकंप के बाद खगोलीय घटनाओं पर टिकी निगाहेंवरीय संवाददाता, जमशेदपुरनेपाल, बिहार के साथ शहर में भूकंप के झटकों ने सबों की नजर खगोलीय घटनाओं की ओर आकर्षित कर दिया है. प्राकृतिक घटनाओं के प्रति रुचि बढ़ गयी है. शायद यही वजह रही कि शहर ही नहीं देश के कई हिस्सों में चांद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 2:04 AM

बेमौसम बादल व भूकंप के बाद खगोलीय घटनाओं पर टिकी निगाहेंवरीय संवाददाता, जमशेदपुरनेपाल, बिहार के साथ शहर में भूकंप के झटकों ने सबों की नजर खगोलीय घटनाओं की ओर आकर्षित कर दिया है. प्राकृतिक घटनाओं के प्रति रुचि बढ़ गयी है. शायद यही वजह रही कि शहर ही नहीं देश के कई हिस्सों में चांद उल्टा नजर आया. दरअसल महज एक अफवाह थी, जो देश भर में तैरती रही. फोन, व्हाट्सएप समेत सोशल साइट्स पर भी इससे संबंधित संदेशों का आदान-प्रदान होता रहा, जबकि इस रात चांद अपने चिर-परिचित अंदाज में उजाला बिखेरता रहा. भूगोल वेत्ताओं की राय में चांद के आकार-प्रकार में किसी तरह का अप्रत्याशित परिवर्तन नहीं देखा गया. वहीं ज्योतिषियों की मानें, तो अभी वैशाख महीना चर रहा है. शुक्ल पक्ष चल रहा है. रविवार की रात 8:16 बजे तक अष्टमी तिथि थी. इसके बाद नवमी तिथि आरंभ हो गयी. तिथि के अनुसार चंद्रमा का आकार हमेशा की ही तरह नजर आया. अर्द्धचंद्र नजर आया.- चांद के आकार-प्रकार में किसी तरह का परिवर्तन नहीं था. हां, चंद्र ग्रहण होने पर इसमें थोड़ा परिवर्तन देखा जाता है. लेकिन इन दिनों ऐसा भी कुछ नहीं है. चांद का उल्टा नजर आना अफवाह मात्र है.डॉ मोहम्मद रेयाज, भूगोल शास्त्री- रविवार की रात 8:16 बजे वैशाख शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि समाप्त हुई. उसके बाद नवमी आरंभ हुई. तिथि के अनुसार अर्द्धचंद्र होना स्वाभाविक है. इसमें कुछ अद्वितीय नहीं था.आचार्य एके मिश्र, ज्योतिष————————————-खबर दो बार पढ़ी है.

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