129 में से 80 छात्राएं असफल

जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज में इस वर्ष बीसीए अंतिम वर्ष में का रिजल्ट निराशाजनक रहा है. ज्यादातर छात्राएं मैथ में असफल रही हैं. इस बार बीसीए अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में कुल 129 छात्राएं शामिल हुई थीं. इनमें से लगभग 80 छात्राएं मैथ में असफल रही हैं. इस बार अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होनेवाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2013 9:15 AM

जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज में इस वर्ष बीसीए अंतिम वर्ष में का रिजल्ट निराशाजनक रहा है. ज्यादातर छात्राएं मैथ में असफल रही हैं. इस बार बीसीए अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में कुल 129 छात्राएं शामिल हुई थीं. इनमें से लगभग 80 छात्राएं मैथ में असफल रही हैं. इस बार अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होनेवाली छात्राओं में कुछ ऐसी भी थीं, जो गत वर्ष रिजल्ट खराब होने की वजह से इस बार दोबारा परीक्षा में शामिल हुईं. जानकारी के मुताबिक इनमें से सेकेंड सेमेस्टर में मैथ में फेल होनेवाली 40 और फोर्थ सेमेस्टर में फेल होनेवाली 40 छात्राएं हैं.

इस वजह से उनकी आगे की शिक्षा का मार्ग बाधित हो गया है. इनमें ऐसी कई छात्राएं हैं, जिन्हें बीआइटी मेसरा, शहर व राज्य से बाहर के बड़े शिक्षण संस्थानों में एडमिशन की हरी झंडी मिल गयी है, लेकिन यहां बीसीए मैथेमेटिक्स में असफलता उनके एडमिशन में बाधक बन गयी है. इनमें ऐसी कई छात्राएं हैं, जो ग्रेस मार्क्‍स मिलने पर पास हो सकती हैं.

इसके लिए छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के समक्ष परीक्षा की कॉपी री-चेक कराने की मांग की. उसके बाद री-चेंकिग के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित की गयी है. कॉलेज के अनुसार सात सितंबर तक आवेदन करने की तिथि है. उसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. वहीं कुछ छात्राओं का कहना है कि आगे की पढ़ाई, एमसीए या एमबीए में एडमिशन की अंतिम तिथि सात सितंबर या उससे पहले ही है. ऐसे में सात सितंबर के बाद री-चेकिंग किये जाने पर वे एडमिशन से वंचित रह सकती हैं.

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