ओटिज्म का लक्षण दिखने पर डॉक्टरों से लें सलाह फोटो हैरी

फ्लैग- स्पेशल स्कूल ऑफ ज्वॉय का वार्षिक उत्सव मना संवाददाता, जमशेदपुरधातकीडीह सामुदायिक केंद्र में मंगलवार को स्पेशल स्कूल ऑफ ज्वॉय का वार्षिक उत्सव मनाया गया. मौके पर बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चे पुरस्कृत किये गये. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला सोशल वेलफेयर ऑफिसर रंजना मिश्रा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 6:04 PM

फ्लैग- स्पेशल स्कूल ऑफ ज्वॉय का वार्षिक उत्सव मना संवाददाता, जमशेदपुरधातकीडीह सामुदायिक केंद्र में मंगलवार को स्पेशल स्कूल ऑफ ज्वॉय का वार्षिक उत्सव मनाया गया. मौके पर बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चे पुरस्कृत किये गये. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला सोशल वेलफेयर ऑफिसर रंजना मिश्रा ने 14 बच्चों को छात्रवृत्ति दी. रंजना मिश्रा ने ओटिज्म बीमारी पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ओटिज्म एक दिमागी बीमारी है, जो बचपन में होता है. इसके लक्षण जन्म से ही बच्चों में दिखने लगते हैं. इस रोग से ग्रसित बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में असामान्य होता है. इस बीमारी से ग्रसित बच्चों में सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है. इस रोग का कोई इलाज नहीं है. झारखंड में ऐसे मरीजों की संख्या काफी कम है. एक साल में इस बीमारी का पता चलने लगता है. इसका लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाये. इस अवसर पर अन्य अतिथियों ने अपने विचार रखे. इसके पहले कार्यक्रम का उद्घाटन जिला सोशल वेलफेयर ऑफिसर रंजना मिश्रा, सतवीर सिंह सहित अन्य लोगों ने किया. इस दौरान संस्था के ट्रस्टी संजय कुमार सहित संस्था के कई पदाधिकारी और विद्यार्थियों के माता पिता मौजूद थे.

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