आज सदर हॉस्पिटल का ओपीडी बंद रहेगा

जमशेदपुर: गुमला के जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉक्टर रामबचन चौधरी के अपहरण को लेकर शहर के डॉक्टरों में रोष व्याप्त है. सोमवार को सदर अस्पताल, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी ओपीडी बंद रहेंगे. यह जानकारी झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन जमशेदपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ एसके झा ने दी. इसको लेकर सोमवार को सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2015 8:33 AM
जमशेदपुर: गुमला के जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉक्टर रामबचन चौधरी के अपहरण को लेकर शहर के डॉक्टरों में रोष व्याप्त है. सोमवार को सदर अस्पताल, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी ओपीडी बंद रहेंगे. यह जानकारी झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन जमशेदपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ एसके झा ने दी.

इसको लेकर सोमवार को सभी ओपीडी सहित अन्य कार्य बंद रहेंगे. सिर्फ इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवा ही चालू रहेगी. डॉ झा ने कहा कि अगर प्रशासन आरोपियों को शीघ्र नहीं पकड़ती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. अपहरण के विरोध में गुमला में डॉक्टरों ने मौन जुलूस निकाला. इसके साथ ओपीडी सेवा को भी ठप कर दिया है. इधर, आइएमए जमशेदपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ आरपी ठाकुर ने कहा कि आंदोलन की तैयारी चल रही है. प्रशासन को 48 घंटे का समय दिया गया है. अगर इस दौरान पुलिस अगर चिकित्सक का पता नहीं लगाती है और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है, तो सभी डॉक्टर झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे.

उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान इमरजेंसी सेवा को छोड़ कर सभी कार्य बंद कर कर दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि दु:ख की बात है कि झारखंड सरकार डॉक्टर सुरक्षा एक्ट को लागू नहीं कर रही है. डॉक्टरों के साथ मारपीट व अपहरण से राज्य में दहशत का माहौल कायम है. ऐसी स्थिति में कोई भी डॉक्टर अनजान मरीज को देखने नहीं जायेगा. आइएमए जमशेदपुर के सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह ने कहा कि इस तरह से अगर चिकित्सकों का अपहरण होता रहा तथा चिकित्सक प्रताड़ित होते रहे तो कोई भी डॉक्टर भयमुक्त होकर काम नहीं कर सकेगा. उन्होंने सरकार से डॉक्टरों को सुरक्षा देने की मांग की है.

आज से केवल इमरजेंसी सेवा
झासा के राज्य महासचिव डॉ बिमलेंदू ने कहा कि सोमवार से पूरे झारखंड में डॉक्टरों द्वारा आंदोलन किया जायेगा. इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व सभी सदर अस्पताल में नियुक्त डॉक्टर इमरजेंसी को छोड़ कर सभी सेवा बंद कर देंगे. जब तक डॉक्टर की रिहाई नहीं हो जाती है. और अपराधी नहीं पकड़ा जाता है, तब तक आंदोलन चलता रहेगा.

Next Article

Exit mobile version