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माओवादियों ने इको जोन सेंसेटिव विरोधी पोस्टर साटा, क्षेत्र में दहशत

फोटो हैप्रतिनिधि, नीमडीहथाना क्षेत्र के चालियामा, कांठालडीह, फारेंगा व आसपास गांव में रविवार के रात माओवादियों ने इको सेंसेटिव जोन के विरोध में पोस्टर साट और पंपलेट बिखेर कर क्षेत्र में सनसनी फैला दी. नक्सली द्वारा बिखेरे गये पंपलेट में केंद्र व राज्य सरकार के जमीन अधिग्रहण बिल व इको सेंसेटिव जोन के विरोध में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2015 9:05 PM

फोटो हैप्रतिनिधि, नीमडीहथाना क्षेत्र के चालियामा, कांठालडीह, फारेंगा व आसपास गांव में रविवार के रात माओवादियों ने इको सेंसेटिव जोन के विरोध में पोस्टर साट और पंपलेट बिखेर कर क्षेत्र में सनसनी फैला दी. नक्सली द्वारा बिखेरे गये पंपलेट में केंद्र व राज्य सरकार के जमीन अधिग्रहण बिल व इको सेंसेटिव जोन के विरोध में लिखा गया है. कांगे्रस व बीजेपी विरोधी बातें लिखी गयी हैं. पंपलेट के हेडलाइन में लिखा गया है कि दलमा इको सेंसेटिव जोन बनाने के खिलाफ जुझारू जन आंदोलन तीव्र जन-प्रतिरोध का निर्माण करें. निवेदक के रूप में दलमा-झारखंड-ओडि़शा सीमांत रीजनल कमेटी सीपीआइ (माओवादी) लिखा है. घटना की खबर मिलने के बाद सरायकेला-खरसावां के एएसपी दीपक कुमार सिन्हा, चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरजीत कुमार, नीमडीह थाना प्रभारी तुलेश्वर प्रसाद कुशवाहा आदि चालियामा गांव पहुंचे.पुलिस-प्रशासन के खिलाफ ग्रामीण में आक्रोशइधर पोस्टर, बैनर व पंपलेट जब्त करने आये पुलिस बल को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के जलन मार्डी ने वन विभाग के पदाधिकारियों के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग और नक्सलियांे की मिलीभगत है, जिससे क्षेत्र में नक्सली गतिविधि फिर शुरू हुई.

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