जमशेदपुर : मनरेगा घोटाला के लिए चर्चित पोटका प्रखंड में मनरेगा में गड़बड़ी का एक और मामला प्रकाश में आया है. इससे पूर्व से कालिकापुर के डोकारसाई, हरिणा में घोटाले की जांच चल रही है.
आदिवासी मूलवासी विकास परिषद के संयोजक निरूप हांसदा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर रसूनचोपा में मनरेगा की पांच योजनाओं में लाखों रुपये की फरजी निकासी की शिकायत की है. सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि मनरेगा के तहत वित्तीय वर्ष 2012-13 में रसूनचोपा पंचायत में आठ योजनायें स्वीकृत हुई थीं. पांच योजनाओं में ग्रेड वन पथ पहले से बन हुआ था.
ग्रेड वन पथ रहने के बावजूद मिट्टी-मुरुम पथ निर्माण का गलत प्राकलन बना कर योजना स्वीकृत करायी गयी. पथ के ऊपर मुरुम डालकर फरजी मजदूर के आधार पर मिट्टी की फरजी निकासी की गयी और सभी योजनाओं को पूर्ण दर्शाया गया. ग्रामीणों ने डीसी से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की.