सेवानिवृत्ति लाभ के लिए खर्च करने पड़ते हैं 50-60 हजार रुपये!

झारखंड पेंशनर कल्याण समाज के सचिव ने उपायुक्त को लिखा पत्रवरीय संवाददाता, जमशेदपुरजिले के विद्यालयों से सेवानिवृत्त होनेवाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को सेवानिवृत्ति का लाभ पाने के लिए जिला शिक्षा विभाग, भविष्य निधि कार्यालय, कोषागार व पेंशन विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है. इतना ही नहीं बिचौलियों को 50-60 हजार रुपये देने पड़ते हैं, तब जाकर उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2015 10:04 PM

झारखंड पेंशनर कल्याण समाज के सचिव ने उपायुक्त को लिखा पत्रवरीय संवाददाता, जमशेदपुरजिले के विद्यालयों से सेवानिवृत्त होनेवाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को सेवानिवृत्ति का लाभ पाने के लिए जिला शिक्षा विभाग, भविष्य निधि कार्यालय, कोषागार व पेंशन विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है. इतना ही नहीं बिचौलियों को 50-60 हजार रुपये देने पड़ते हैं, तब जाकर उन्हें सेवानिवृत्ति का लाभ मिल पाता है. इस संबंध में झारखंड पेंशनर कल्याण समाज (ग्रामीण) के सचिव निखिल मंडल ने पिछले दिनों उपायुक्त कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन की प्रतिलिपि मानव संसाधन विकास विभाग के प्रधान सचिव को भी प्रेषित की है. श्री मंडल ने बताया है कि ऐसे 10-12 लोग हैं, जो इसमें बिचौलिया का काम करते हैं.बिचौलिया को शिक्षक पुरस्कार देने का आरोपजिला शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए उन्होंने बिचौलिया को ही शिक्षा मंत्री शिक्षक पुरस्कार दिये जाने का आरोप लगाया है. श्री मंडल ने उपायुक्त से सेवानिवृत्त शिक्षकों को बिचौलियों से छुटकारा दिलाने के लिए अविलंब आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है.

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