शब ए बारात की अहमियत को समझें : मुफ्ती मंजर मोहसिन
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर मदरसा फैजुल उलूम के प्रवक्ता हाजी मौलाना मोहम्मद मुख्तार ने कहा कि 14 शाबान की रात को गंभीरता से समझने की जरूरत है. मुफ्ती अबिद हुसैन ने चांद की रुयत के बारे में मुसलमानों से अपील की कि उस रात कब्रिस्तान जायें, अपने मरहूमीन के लिए इसाल ए सवाब करें. मुफ्ती मंजर […]
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर मदरसा फैजुल उलूम के प्रवक्ता हाजी मौलाना मोहम्मद मुख्तार ने कहा कि 14 शाबान की रात को गंभीरता से समझने की जरूरत है. मुफ्ती अबिद हुसैन ने चांद की रुयत के बारे में मुसलमानों से अपील की कि उस रात कब्रिस्तान जायें, अपने मरहूमीन के लिए इसाल ए सवाब करें. मुफ्ती मंजर मोहसिन ने कहा कि शब ए बरात में अल्लाह तआला की रहमतंे और बरकतें खास तौर से नाजिल होती है. इसलिए उस मुबारक रात में इबादत का एहतेमाम करें. अपने मौला से तौबा करें. पटाखें छोड़ना, आतिशबाजी करना और सड़कों पर देर रात तक बाइक से घूमना विधि-व्यवस्था के खिलाफ है, इसलाम इसकी इजाजत नहीं देता. प्रेस रिलीज जारी करते हुए हाजी मोख्तार ने कहा कि बुधवार को मदरसा फैजुल उलूम के कार्यालय में दारूल कजा मदरसा फैजुल उलूम और रूयते हेलाल कमेटी जमशेदपुर की बैठक हुई. इसमें शहर के उलमा ए कराम मौजूद थे. 29 के चांद की रुयत के ऐतबार से 2 जून को 14 शाबान यानी उसी रात को शब ए बरात होनेे का एलान किया गया. शब ए बरात के मौके सेे रोजा रखने की अपील की गयी और इस पावन मौके पर किसी भी तरह की खुराफात से बचने की अपील की गयी.