बागबेड़ा व छोटागोविंदपुर जलापूर्ति के लिए तकनीकी सर्वे शुरू
– तीन वर्ष में पूरा होगा प्रोजेक्ट- 200 करोड़ आधारभूत संरचना पर खर्च -30 करोड़ पांच वर्ष के मेंटेनेंस पर खर्च होगीवरीय संवाददाता, जमशेदपुरविश्व बैंक पोषित बागबेड़ा और छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति के लिए तकनीकी सर्वे शुरू हो गया है. तीन वर्ष में पूरा होने वाले प्रोजेक्ट के लिए तमिलनाडु की चयनित एजेंसी एलएंडएफएस की टीम […]
– तीन वर्ष में पूरा होगा प्रोजेक्ट- 200 करोड़ आधारभूत संरचना पर खर्च -30 करोड़ पांच वर्ष के मेंटेनेंस पर खर्च होगीवरीय संवाददाता, जमशेदपुरविश्व बैंक पोषित बागबेड़ा और छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति के लिए तकनीकी सर्वे शुरू हो गया है. तीन वर्ष में पूरा होने वाले प्रोजेक्ट के लिए तमिलनाडु की चयनित एजेंसी एलएंडएफएस की टीम सर्वे कर रही है. सर्वे में पानी के स्रोत का बेहतर इस्तेमाल करने, सुवर्णरेखा नदी के के समीप इंटेकवेल का निर्माण, पानी टंकी का निर्माण, फिल्ट्रेशन हाउस का निर्माण, मेन लाइन और ब्रांच के माध्यम से घर-घर जलापूर्ति के लिए नक्शा सहित एक-एक बिंदु का ख्याल रखा जा रहा है. गौरतलब हो कि 18 अप्रैल 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बागबेड़ा और छोटागोविंदपुर जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया था. इसके बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (जमशेदपुर प्रमंडल) और चयनित एजेंसी एलएंडएफएस के बीच 25 मई को एमओयू हुआ. इसमें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जमशेदपुर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद और एजेंसी एलएंडएफएस के उपाध्यक्ष संजीव पाटिल ने हस्ताक्षर किया. एमओयू के मुताबिक बागबेड़ा और छोटागोविंदपुर जलापूर्ति पर 200 करोड़ की राशि आधारभूत संरचना पर खर्च होगी. 30 करोड़ राशि पांच वर्ष के मेंटेनेंस पर खर्च होगी.वर्जन—-बागबेड़ा और छोटागोविंदपुर जलापूर्ति के लिए पीएचइडी के साथ एजेंसी एलएंडएफएस के साथ करार हुआ. अब एजेंसी ने जलापूर्ति प्रोजेक्ट के लिए तकनीकी सर्वे शुरू किया है. – सुरेश प्रसाद, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जमशेदपुर प्रमंडल.