मंडी में रैपनिंग चैंबर व 5 हजार एमटी का गोदाम बनेगा फोटो हैरी की

संवाददाता, जमशेदपुरझारखंड कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक राजकुमार ने बताया कि जमशेदपुर में केले की खपत बहुत ज्यादा है. इस कारण मंडी परिसर में जल्द ही रैपनिंग चेंबर व 5 हजार एमटी का गोदाम बनाया जायेगा. वे मंगलवार को परसुडीह स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति में इसके लिए स्थल का निरीक्षण व मंडी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2015 11:05 PM

संवाददाता, जमशेदपुरझारखंड कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक राजकुमार ने बताया कि जमशेदपुर में केले की खपत बहुत ज्यादा है. इस कारण मंडी परिसर में जल्द ही रैपनिंग चेंबर व 5 हजार एमटी का गोदाम बनाया जायेगा. वे मंगलवार को परसुडीह स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति में इसके लिए स्थल का निरीक्षण व मंडी के विकास कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि रैपनिंग चेंबर में केला, आम समेत फलों को अत्याधुनिक तरीके से पकाया जायेगा. कृत्रिम तरीके से पकाने के बाद भी फलों के पोषक तत्व नष्ट नहीं होंगे. वर्तमान में बाजार में जो भी केले आ रहे हैं, उसे कार्बाइट देकर पकाया जाता है. यह शरीर के लिए काफी नुकसान दायक है. खाद्य सुरक्षा अधिनियम सख्ती से लागू होने के बाद कार्बाइट से पकाये जा रहे फलों पर रोक लग सकती है. उन्होंने बताया कि मंडी से बाजार शुल्क हटा दिया गया है, इस लिहाज से अब राजस्व प्राप्त करने के लिए अन्य स्रोत को तलाशा जा रहा है. परसुडीह मंडी में स्ववित योजना के तहत दुकानों का भी निर्माण कराया जायेगा. मंडी परिसर में विसकोमान का गोदाम है. जल्द ही उसके पटना मुख्यालय से पत्राचार कर उसे अपने अधीन लेने का प्रक्रिया शुरू किया जायेगा. मंडी में नहीं है पीने को पानीकृषि उत्पादन बाजार समिति के प्रशासनिक भवन में पीने का पानी नहीं है. करीब आठ दिनों से पीने का पानी बाहर से लाया जा रहा है. यहां दो डीप बोरिंग लगाया गया था. जल स्तर नीचे चले जाने से यह स्थित उत्पन्न हुई. एमडी को जब इसके बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने पणन सचिव राहुल कुमार को जल स्तर देखने के बाद तुरंत एक डीप बोरिंग करने को कहा है.

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