कोल्हान : वनों का होगा डिजिटल मैपिंग फोटो है मैप फॉरेस्ट 1
-सैटेलाइट से मॉनीटर होगा जंगलजमशेदपुर. कोल्हान के वनों का डिजिटल मैपिंग होगा. इसके जरिये सैटेलाइट से जंगल की मॉनीटरिंग की जा सकेगी. भारत के किसी भी हिस्से में बैठकर देखा जा सकेगा कि कौन रिजर्व फॉरेस्ट है और स्थिति क्या है. इसकी तत्काल समीक्षा की जा सकेगी. डिजिटल मैपिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी […]
-सैटेलाइट से मॉनीटर होगा जंगलजमशेदपुर. कोल्हान के वनों का डिजिटल मैपिंग होगा. इसके जरिये सैटेलाइट से जंगल की मॉनीटरिंग की जा सकेगी. भारत के किसी भी हिस्से में बैठकर देखा जा सकेगा कि कौन रिजर्व फॉरेस्ट है और स्थिति क्या है. इसकी तत्काल समीक्षा की जा सकेगी. डिजिटल मैपिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके जरिये पता लगाया जा सकेगा कि जंगल के किस हिस्से में आग लगी है और कैसे उसे नियंत्रित किया जा सकता है. डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया हर हाल में एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए एक अलग से सेल काम कर रहा है. वन विभाग के अलावा निजी एजेंसी की भी मदद ली जा रही है. कोल्हान में युद्धस्तर पर काम होगा : पदाधिकारीकोल्हान के मैपिंग का काम बड़ा है. इसके लिए डिजिटाइजेशन का काम चल रहा है. बहुत जल्द इसका काम धरातल पर दिखने लगेगा. करीब एक साल का समय लग सकता है. सरकार के दिशा निर्देश का अनुपालन किया जायेगा. -संजीव कुमार, वन संरक्षक, कार्य नियोजना, जमशेदपुर