करमपदा, नयागांव, मनगांव को मिले राजस्व ग्राम का दर्जा
संवाददाता, किरीबुरूकरमपदा गांव के मुंडा प्रताप नायक, सुशील चेरवा एवं देवधारी कुमार ने सीआरपीएफ 197 बटालियन के कमांडेंट तारिक हुसैन खान को पत्र लिख कर विकास से जुड़े मामलों को लेकर जन प्रतिनिधियों, वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है. सारंडा का करमपदा, नयागांव, मनगांव वर्ष 1908 में वन विभाग ने […]
संवाददाता, किरीबुरूकरमपदा गांव के मुंडा प्रताप नायक, सुशील चेरवा एवं देवधारी कुमार ने सीआरपीएफ 197 बटालियन के कमांडेंट तारिक हुसैन खान को पत्र लिख कर विकास से जुड़े मामलों को लेकर जन प्रतिनिधियों, वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है. सारंडा का करमपदा, नयागांव, मनगांव वर्ष 1908 में वन विभाग ने ही बसाया था एवं इन्हें वन ग्राम का दर्जा प्राप्त है. लेकिन पिछले वर्षों में प्रखंड स्तरीय विकास कार्य जैसे मनरेगा, सड़क, स्कूल भवन, इंदिरा आवास निर्माण आदि के लिए एनओसी नहीं दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने तीन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देने की मांग की है. बताया है कि पूर्व में उक्त दिनों गांव सहित सारंडा के 16 गांव राजस्व गांव था. जिसके तहत रैयती खतियान दिया जा चुका है. लेकिन पिछले कुछ सालों से वन ग्राम बना दिया गया है. सेल की किरीबुरू खदान के लाल पानी से हमारे खेत बंजर हो गये हैं. लेकिन हमारे गांवों में सीएसआर का कार्य न कर बराईबुरू, होरोमुट व पचरी में किया जा रहा है. उन्होंने किरीबुरू से करमपदा होते तोपाडीह सीमा तक पक्की सड़क, करमपदा बाजार से मुंडा बस्ती तक पक्की सड़क, बीपीएल परिवारों को राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना का लाभ, तीनों गांवों में एक-एक आंगनबाड़ी, सामुदायिक भवन का निर्माण, यातायात, चिकित्सा, स्वरोजगार, महिलाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण, सेल की खदान में बेरोजगारों को नौकरी देने आदि की मांग की गयी. ग्रामीणों ने सीआरपीएफ द्वारा ग्रामीणों के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की एवं आगे भी सहयोग करने की आशा व्यक्त की.