हत्या कर जंगल में फेंका गया था शव
लोकेसाइ जंगल से बरामद शव की पहचानटोंटो के सुंडी सुरनियां गांव का निवासी था चमरा हेस्सा प्रतिनिधि, नोवामुंडीविगत 22 मई को लोकेसाई जंगल से बरामद शव की पहचान चमरा हेस्सा के रूप में की है. मृतक मूल रूप से टोंटो थाना क्षेत्र के सुंडी सुरनियां गांव का रहने वाला था. नोवामुंडी पुलिस ने अज्ञात लोगों […]
लोकेसाइ जंगल से बरामद शव की पहचानटोंटो के सुंडी सुरनियां गांव का निवासी था चमरा हेस्सा प्रतिनिधि, नोवामुंडीविगत 22 मई को लोकेसाई जंगल से बरामद शव की पहचान चमरा हेस्सा के रूप में की है. मृतक मूल रूप से टोंटो थाना क्षेत्र के सुंडी सुरनियां गांव का रहने वाला था. नोवामुंडी पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. चमरा हेस्सा (37) की हत्या 17 मई को अपराधियों ने कर दी थी. अपराधियों ने शव को छिपाने के लिए जंगल में फेंक दिया था. पुलिस के अनुसार चमरा हेस्सा अपने ससुराल पोखरपी गांव आया हुआ था. 17 मई को अपराह्न 3 बजे वह बाहर निकला था. तब से लापता था. 22 मई को नोवामुंडी पुलिस ने उसका शव बरामद किया. 30 मई को घटना की जानकारी पत्नी यमुना लागुरी को मिली. खोजबीन करने नोवामुंडी थाना पहुंची पत्नी ने मृतक का जींस पैंट, बेल्ट व जूता देख कर उसकी पहचान पति चमरा हेस्सा के रूप में की. पत्नी यमुना लागुरी उमवि डोबरोसाई में टीचर है. जगन्नाथपुर में रह कर ड्यूटी करती थी. पति चमरा हेस्सा स्कूटी से उसे छोड़ने जाता था. उसकी 6 वर्ष की एक बच्ची है. पढ़ाने के ख्याल से जगन्नाथपुर में किराये के मकान में रह रहा था. पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर चमरा हेस्सा की हत्या किस कारण से की गयी.