कॉमर्स के अभ्यर्थी नहीं बन पायेंगे शिक्षक
जमशेदपुर: झारखंड सरकार ने मध्य विद्यालयों (कक्षा छह से आठ तक) में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस संबंध में 10 जून को विज्ञापन जारी किया जायेगा. इसके पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया में कई खामियां सामने आ रही हैं. मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार ने नयी नियमावली बनायी है. […]
जमशेदपुर: झारखंड सरकार ने मध्य विद्यालयों (कक्षा छह से आठ तक) में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस संबंध में 10 जून को विज्ञापन जारी किया जायेगा. इसके पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया में कई खामियां सामने आ रही हैं. मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार ने नयी नियमावली बनायी है.
उसके अनुसार यदि आप झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जे टेट) में उत्तीर्ण है और आपने कॉमर्स से पढ़ाई की है, तो आपको बहाल नहीं किया जायेगा. नियमावली में कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए कोई ऑप्शन नहीं दिया गया है. ऐसे में कॉमर्स से पढ़ाई करने वाले उन अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट उत्पन्न हो गया है, जो वर्षो से शिक्षक बनने के सपने लिए तैयारी कर रहे हैं. फिलहाल मानव संसाधन विकास विभाग ने इसे लेकर कोई फैसला नहीं लिया है. सरकार इस मामले को लेकर मंथन कर रही है. इसे मामले को लेकर अभ्यर्थियों के साथ शिक्षक संघ भी सरकार से अदालत तक जाने की तैयारी में है. फिलहाल वेट एंड वाच की स्थिति बनी हुई है.
नये बहाल होनेवाले बन जायेंगे प्रिंसिपल
सरकार की नियमावली के अनुसार छठी से आठवीं कक्षा तक शिक्षक बढ़े हुए ग्रेड पर बहाल होंगे, जबकि वर्षो से स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षक उनके जूनियर हो जायेंगे. नयी नियमावली के अनुसार यह भी संभव है कि बहाल हुए नये शिक्षक प्रिंसिपल भी बन जायें. जिले में प्रिंसिपलों के कुल 195 पद रिक्त हैं. सरकार की ओर से तय किया गया है कि इसी बहाली में प्रिंसिपल भी नियुक्त कर लिये जायेंगे. हालांकि इसका भीतर से विरोध शुरू हो गया है. विभिन्न शिक्षक संघ ने इस नियमावली पर सवाल खड़े किये हैं. सभी स्कूलों में लंबे अरसे से पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रोमोशन देकर प्रिंसिपल पद भरने की मांग कर रहे हैं. जबकि नये बहाल होने वाले शिक्षकों को उनके अंदर काम कराने की मांग कर रहे हैं. सरकार की गयी नियमावली में दोनों शिक्षकों के ग्रेड पे में भी अंतर है. नये बहाल होने वाले शिक्षकों को पुराने शिक्षकों से अधिक ग्रेड-पे पर बहाल किया जायेगा.
राज्य में सबसे ज्यादा उर्दू शिक्षकों की बहाली जमशेदपुर में
सरकार हिंदी सहायक शिक्षकों के साथ उर्दू विषय के लिए भी शिक्षकों को बहाल करेगी. पहली कक्षा से पांचवीं तक के लिए यह बहाली होनी है. इस बहाली में पूरे राज्य में सबसे ज्यादा उर्दू शिक्षकों की सीट जमशेदपुर में है. जमशेदपुर में उर्दू शिक्षकों के कुल 395 सीट हैं. उर्दू शिक्षक के लिए आवेदन भी नहीं आ रहे हैं, इसी वजह से सरकार की ओर उर्दू स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने की दिशा में कदम उठाये गये हैं.