नशे की गिरफ्त में बचपन
फोटो10 केबीआर 1, 2 – बियर व चखना का मजा लेते गरीब बच्चे.संवाददाता, किरीबुरूकचरों के ढेर में प्रतिदिन अपनी जिंदगी को तलाशते गरीब, असहाय व अनाथ बच्चे नशा की आगोश में जा रहे. 10 वर्ष से कम उम्र के ऐसे गरीब बच्चे भी बियर का सेवन कर रहे. ऐसे में जब जेठ की आंच से […]
फोटो10 केबीआर 1, 2 – बियर व चखना का मजा लेते गरीब बच्चे.संवाददाता, किरीबुरूकचरों के ढेर में प्रतिदिन अपनी जिंदगी को तलाशते गरीब, असहाय व अनाथ बच्चे नशा की आगोश में जा रहे. 10 वर्ष से कम उम्र के ऐसे गरीब बच्चे भी बियर का सेवन कर रहे. ऐसे में जब जेठ की आंच से तप रही धरती है लोग घरों में कैद है, ये बच्चे विषैले कीड़े-मकोड़ों से भरी बजबजाती नालियों, गलियों में जाकर प्लास्टिक, स्क्रैप चुन रहे. इन्हें बेचकर अपना पेट भरने वाले बच्चे धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में बुरी कर घिर चुके है. प्लास्टिक, शीशा, बोतल, स्क्रैप आदि की बिक्री के एवज में मिले पैसों को ये बच्चे पौष्टिक आहार अथवा भोज्य पदार्थ नहीं लेकर नशा पर खर्च कर रहे. बच्चों के लिए नये व कड़े कानून के भय से कोई इन्हें डांटता व मारता भी नहीं. इन बच्चों की दशा पर प्रशासन चुप है तो समाज व दूसरे स्वयंसेवी संगठन भी अधिक सक्रिय नहीं. इन बच्चों को न शिक्षा मिल रही है न ही स्वास्थ्य व पौष्टिक भोजन. आशियाना इनका फुटपाथ है.