प्रशासनिक पदाधिकारियों ने की बैठक, चहारदीवारी का सीमांकन होगा

आदित्यपुर: नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) जमशेदपुर के लिए अपनी स्थापना के करीब 55 साल बाद चहारदीवारी का सपना साकार होने वाला है. लंबे समय तक खुले परिसर वाले इस संस्थान में चहारदीवारी के निर्माण के लिए शीघ्र ही सीमांकन का काम शुरू होगा. जमीन के सीमांकन के बाद संस्थान परिसर के चारों ओर सड़क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2015 7:49 AM
आदित्यपुर: नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) जमशेदपुर के लिए अपनी स्थापना के करीब 55 साल बाद चहारदीवारी का सपना साकार होने वाला है. लंबे समय तक खुले परिसर वाले इस संस्थान में चहारदीवारी के निर्माण के लिए शीघ्र ही सीमांकन का काम शुरू होगा.

जमीन के सीमांकन के बाद संस्थान परिसर के चारों ओर सड़क भी बनवायी जायेगी. यह निर्णय बुधवार को विकास भवन में जिला के उपायुक्त चंद्रशेखर व एसपी इंद्रजीत माहथा ने संस्थान के प्रतिनिधि के साथ बैठक कर लिया. बैठक में गम्हरिया सीओ जीतेंद्र मुंडा, आरआइटी थाना प्रभारी अमरजीत प्रसाद, एनआइटी के सुरक्षा अधिकारी दीपक चौरसिया व अंचलकर्मी उपस्थित थे. बैठक करीब एक घंटे तक चली. इसमें पदाधिकारियों ने एनआइटी की जमीन की नक्शा का अध्ययन किया और आगे की योजना पर विचार-विमर्श किया.

सीओ तय करेंगे तिथि
राष्ट्रीय महत्व का संस्थान एनआइटी जमशेदपुर की चहारदीवारी के लिए जमीन के सीमांकन का काम किस दिन से शुरू होगा. यह गम्हरिया के सीओ तय करेंगे. इससे पहले जमीन से संबंधित सभी कागजात उपलब्ध कराये जायेंगे. संस्थान प्रबंधन चाहता है कि चहारदीवारी व सड़क निर्माण का काम जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए चरणबद्ध तरीके से हो. इस पर प्रशासन भी सहमत है.
सीमांकन के बाद निर्माण पर होगा निर्णय
संस्थान की जमीन का सीमांकन करने के बाद चहारदीवारी, सड़क व गेट आदि के निर्माण पर निर्णय लिया जायेगा. इसके लिए एनआइटी के डीन की एक कमेटी भी बनेगी.
सीएम से मिली डीन कमेटी
एनआइटी की चहारदीवारी के लिए बुधवार को संस्थान की डीन कमेटी झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास से जमशेदपुर में मिली. उन्हें बताया गया कि संस्थान के विकास में चहारदीवारी का न होना बाधा बनी हुई है. उन्होंने हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये.

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