मध्य घाघीडीह पंचायत में शिक्षा के गिरते स्तर से लोग चिंतित हैं. यहां तीन प्राइमरी स्कूल हैं. परंतु हाइ स्कूल एक भी नहीं है. जिसके कारण बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दिहाड़ी मजदूर अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों पढ़ाने में सक्षम नहीं है. पंचायत के बच्चों को चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित हाइस्कूल में पढ़ने जाना पड़ता है. लड़के तो किसी तरह पढ़ने चले जाते हैं. परंतु इतनी दूरी पर स्थित हाइस्कूल में लड़कियों को जाने में काफी दिक्कत होती है.जिससे अधिकतर घरों में प्राइमरी के बाद बच्चियों ने पढ़ाई से नाता तोड़ दिया है. अभिभावक उन्हें पढ़ाना तो चाहते हैं लेकिन दूर भेजने से परहेज करते हैं. पूरे घाघीडीह मौजा के एक भी हाइ स्कूल नहीं है. बालिका हाइस्कूल की मांग को लेकर विगत दिनों में घाघीडीह मौजा के पांच पंचायत के मुखिया, पंसस, वार्ड सदस्य व ग्रामीणों ने प्रखंड कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन हड़ताल किया था. हालांकि उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन मिला है. परंतु फिलहाल किसी तरह की पहल नहीं की गयी है.