आयोडिन की कमी से रहता है गायटर का खतरा
डॉ बिनायक बरुआइएनटी स्पेशलिस्टआयोडिन की कमी के कारण गायटर की बीमारी होती है. यह थायरॉयड ग्लैंड के बढ़ जाने के कारण होती है. यह बीमारी ऑटो इम्मयून व इनफेक्शन के कारण भी हो सकती है. यह बीमारी हिमालय के नीचे के राज्यों में सामान्य है. इसमें मरीज का गला फूल जाता है. यही इसके मुख्य […]
डॉ बिनायक बरुआइएनटी स्पेशलिस्टआयोडिन की कमी के कारण गायटर की बीमारी होती है. यह थायरॉयड ग्लैंड के बढ़ जाने के कारण होती है. यह बीमारी ऑटो इम्मयून व इनफेक्शन के कारण भी हो सकती है. यह बीमारी हिमालय के नीचे के राज्यों में सामान्य है. इसमें मरीज का गला फूल जाता है. यही इसके मुख्य लक्षण हैं. यदि थायरॉयड हार्मोन कम हुआ, तो ऐसे में मरीज को ठंडा लगना, आवाज का बदल जाना, अनियमित मासिक का होना, स्किन व बालों का रंग बदल जाना तथा गर्भवती महिला का गर्भपात होने की संभावना. जैसे लक्षण दिखायी देते हैं. शरीर में ऐसे लक्षण दिखायी देने पर डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए. वहीं, बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि आयोडाइज्ड नमक का सेवन करना चाहिए. वहीं, आज के समय में बीमारी का इलाज दवाओं व सर्जरी द्वारा किया जाता है. बीमारी : गायटर. लक्षण : मरीज के गले का फूल जाना. बचाव : बचाव के लिए जरूरी है कि आयोडाइज्ड नमक का सेवन करना चाहिए. बीमारी के लक्षण दिखायी देने के साथ ही डॉक्टरी सलाह लें.