लोक व्यवहार सुधारने में सहायक रामकथा (फोटो दुबेजी की होगी)

फ्लैग::: ईस्टप्लांट बस्ती में श्रीराम यज्ञ की पूर्णाहुति आज (फ्लैग)लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुररामकथा श्रवण से सिर्फ आध्यात्मिक ही नहीं है, भौतिक सुख की प्राप्ति भी होती है. मानस में गोस्वामी जी ने लिखा है, ‘जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं. सुख संपति नाना विधि पावहिं.’ अर्थात जो लोग सकाम (सांसारिक कामना के साथ) भगवान की कथा का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 9:05 PM

फ्लैग::: ईस्टप्लांट बस्ती में श्रीराम यज्ञ की पूर्णाहुति आज (फ्लैग)लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुररामकथा श्रवण से सिर्फ आध्यात्मिक ही नहीं है, भौतिक सुख की प्राप्ति भी होती है. मानस में गोस्वामी जी ने लिखा है, ‘जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं. सुख संपति नाना विधि पावहिं.’ अर्थात जो लोग सकाम (सांसारिक कामना के साथ) भगवान की कथा का श्रवण करते या कहते हैं, उनके जीवन में भी कथा सुख-संपत्ति प्रदान करती है. उक्त बातें अयोध्या से पधारे स्वामी कन्हैया दास ने कहीं. वे ईस्टप्लांट बस्ती सूर्यमंदिर में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित कर रहे थे. मंदिर में चल रहे श्रीराम यज्ञ के तहत प्रवचन करते हुए उन्होंने कहा कि मानस की कथा परलोक संवारने से अधिक हमारे लोक व्यवहार को सुधारने में कारगर है. कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. मंगलवार को यज्ञ एवं प्रवचन का अंतिम दिन है, जिसमें यज्ञानुष्ठान की पूर्णाहुति होगी.

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