टूल एंड डाइ क्षेत्र में बनायें कैरियर इस समय टूल एंड डाइ मेकिंग का कोर्स करना छात्रों के लिए अच्छा साबित हो सकता है. इसके लिए प्रवेश परीक्षा होती है. इसमें फॉर्म भरने के लिए मैट्रिक में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना चाहिए. साथ ही यह भी जरूरी है कि साइंस और मैथ्स में कम से कम 45 प्रतिशत अंक जरूर हो. प्रवेश परीक्षा में सफल होने के बाद आपका एडमिशन टूल एंड डाइ कोर्स में हो जाता है. यह चार साल का कोर्स होता है. इसमें तीन साल इंस्टीट्यूशनल ट्रेनिंग होती है. यानी, छात्रों को इंस्टीट्यूट में रहकर पढ़ाई करनी होती है और ट्रेनिंग लेना होता है. इसके बाद छात्रों को एक साल की इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग दी जाती है. इस दौरान छात्रों को कंपनी विशेष में जाकर ट्रेनिंग लेनी पड़ती है. इंडस्ट्री छात्रों को सर्टिफाइ करती है. प्राय: यह होता है कि जिस कंपनी और इंडस्ट्री में छात्र ट्रेनिंग के लिए जाता है, वहां काम को देखकर उसे रख लिया जाता है. इस कोर्स को करने वालों की विदेशों जैसे सिंगापुर, थाइलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा आदि में खूब मांग है. सतीश जोशीवाइस प्रिंसिपल, एनटीटीएफ
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कैरियर टिप्स : सतीश जोशी
टूल एंड डाइ क्षेत्र में बनायें कैरियर इस समय टूल एंड डाइ मेकिंग का कोर्स करना छात्रों के लिए अच्छा साबित हो सकता है. इसके लिए प्रवेश परीक्षा होती है. इसमें फॉर्म भरने के लिए मैट्रिक में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना चाहिए. साथ ही यह भी जरूरी है कि साइंस और मैथ्स […]
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