डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पदचिह्न पर चलने की जरूरत : हरेकृष्णा
फोटोआरजेएन 1.प्रतिनिधि, राजनगरभारतीय जनता पार्टी राजनगर प्रखंड पूर्वी एवं पश्चिमी भाग ने संयुक्त रूप से राजनगर स्थित पार्टी कार्यालय में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पूर्वी भाग के अध्यक्ष भीमसेन मंडल एवं पश्चिमी भाग के अध्यक्ष मोतीलाल महतो की अध्यक्षता में मनायी गयी. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि हरेकृष्णा […]
फोटोआरजेएन 1.प्रतिनिधि, राजनगरभारतीय जनता पार्टी राजनगर प्रखंड पूर्वी एवं पश्चिमी भाग ने संयुक्त रूप से राजनगर स्थित पार्टी कार्यालय में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पूर्वी भाग के अध्यक्ष भीमसेन मंडल एवं पश्चिमी भाग के अध्यक्ष मोतीलाल महतो की अध्यक्षता में मनायी गयी. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि हरेकृष्णा प्रधान उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. सांसद प्रतिनिधि हरेकृष्णा प्रधान ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता के भवनीपुर में हुआ था. श्यामा प्रसाद को डॉ मुखर्जी 1951 में जन संघ का पहला अध्यक्ष भी बना. उन्होंने कहा कि कश्मीर में भी दो विधान दो निशान नहीं चलेगा, एक विधान एक निशान होना चाहिए का नारा दिये जाने के कारण कश्मीर जेल में बंद कर दिया. जिनका 23 जून 1953 को देहांत हो गया. उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पदचिह्न पर चलने का आह्वान किया. इस अवसर पर भीमसेन मंडल, मोतीलाल महतो, रजनीकांत उर्फ राजाराम महतो, सुसेन महतो, चंदन महतो, मोहित कैवर्त, वीरेंद्र पान, रविंद्र नाथ गोप, सुधीर हांसदा, अनिल राउत आदि उपस्थित थे.