मैरिन ड्राइव के उदघाटन के एक सप्ताह बीते, गड्ढे ही गड्ढे कई स्थानों पर बने
कहां-कहां सड़कें टूटी है-बागे बस्ती कदमा के पास, सोनारी कपाली बस्ती के आसपास, कदमा ग्रीन पार्क के पास, कदमा रामनगर के पास, रामजनमनगर मोड़ से पहले व अन्य. जमशेदपुर : मैरिन ड्राइव के उदघाटन के एक सप्ताह बीत चुके है. 27 जून को इसका उदघाटन हुआ था, लेकिन मैरिन ड्राइव बनने के साथ ही कई […]
कहां-कहां सड़कें टूटी है-बागे बस्ती कदमा के पास, सोनारी कपाली बस्ती के आसपास, कदमा ग्रीन पार्क के पास, कदमा रामनगर के पास, रामजनमनगर मोड़ से पहले व अन्य. जमशेदपुर : मैरिन ड्राइव के उदघाटन के एक सप्ताह बीत चुके है. 27 जून को इसका उदघाटन हुआ था, लेकिन मैरिन ड्राइव बनने के साथ ही कई जगह टूटने भी लगा है. हालात यह है कि मानगो के पास से लेकर कदमा तक के सड़क तक आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर सड़कें टूट चुकी है. सड़कों के टूटने से गाडि़यों का आना जाना मुश्किल हो गया है. कई स्थानों पर सड़कों को टूटने की रिपोर्ट भी दी गयी है, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों हो रही है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है. करीब 11 किलोमीटर तक की सड़क में आधा दर्जन स्थानों पर सड़कों के टूटने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सर्विस लेन 3.5 मीटर तक को बनाने की योजना पर काम चल रहा है, लेकिन जो बीच सड़क है, वह बिलकुल ही टूट रहा है. हालात यह है कि गड्ढे भी बन रहे है. मैरिन ड्राइव को करीब 101 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. ऐसे में लगातार क्वालिटी को लेकर ही सवाल उठाये जा रहे है. स्लैग के कारण सड़कें टूट रही है !जानकारों का मानना है कि स्लैग से इस मैरिन ड्राइव को बनाया गया है. गड्ढों को स्लैग से ही भरा गया है. स्लैग में केमिकल होता है और स्लैग में स्पेस होता है. अगर बड़ी गाडि़यां आती जाती है तो वह दबता रहता है. हालांकि, काफी मिट्टी भी डाली गयी है, लेकिन फिर से टूटना इसके निर्माण कार्य और ज्यादा दिनों तक चलने पर भी सवाल उठा रहे है.