हाइपर टेंशन से हार्ट व किडनी को खतरा
डॉ आरसी त्रिपाठीकंसल्टेंट फीजिशियनहाइपर टेंशन में किसी प्रकार का कोई लक्षण दिखायी नहीं देता है. यह बीमारी दो प्रकार की होती है. पहला एसेंशियल हाइपरटेंशन, जिसके होने का सामान्य तौर पर कोई कारण नहीं होता. दूसरी, रिनल हाइपरटेंशन. यह किडनी की बीमारी होने के कारण या फिर ब्लड प्रेशर के कारण होती है. ऐसे लोग […]
डॉ आरसी त्रिपाठीकंसल्टेंट फीजिशियनहाइपर टेंशन में किसी प्रकार का कोई लक्षण दिखायी नहीं देता है. यह बीमारी दो प्रकार की होती है. पहला एसेंशियल हाइपरटेंशन, जिसके होने का सामान्य तौर पर कोई कारण नहीं होता. दूसरी, रिनल हाइपरटेंशन. यह किडनी की बीमारी होने के कारण या फिर ब्लड प्रेशर के कारण होती है. ऐसे लोग आसानी से हाइपर टेंशन की बीमारी की चपेट में आ जाते हैं, जिनका खानपान ठीक नहीं होता. फास्ट फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, एक्सरसाइज नहीं करते. साथ ही हाइपरटेंशन से संबंधित फैमिली हिस्ट्री होने के कारण भी बीमारी होने की आशंका रहती है. बीमारी होने के कारण मरीज के दिल व किडनी पर भी असर पड़ सकता है. बीमारी होने से देखा गया है कि सामान्यतौर पर मरीज में किसी प्रकार का लक्षण दिखायी नहीं देता. वहीं, जब तक ब्लड प्रेशर को नापा न जाये इस बीमारी का पता नहीं चलता. बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि खानपान पर ध्यान रखने के साथ रेगुलर व्यायाम किया जाये. ज्यादा नमक न खायें व लो कैलोरी खाद्य पदार्थ का सेवन किया जाये. साथ ही समय-समय पर डॉक्टरी जांच करवाते रहा जायें. आज के समय में 20 साल से उम्र के ज्यादा लोग भी इस बीमारी की चपेट में आसानी से आ जा रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि इस बीमारी से सावधान रहा जाये. बीमारी : हाइपर टेंशन. लक्षण : सामान्य तौर पर किसी प्रकार का लक्षण दिखायी नहीं देता.बचाव : खानपान पर ध्यान दें, रेगुलर व्यायाम करें, ज्यादा नमक न खायें, लो कैलोरी खाद्य पदार्थों का सेवन करें, समय-समय पर डॉक्टरी जांच करवायें.