जिम्मेदारी सौंप, अल्लाह के घर पहुंचे रोजेदार बैठे एत्तेकाफ पर (8 मनमोहन 11)
या हेडिंग : मसजिदों में एत्तेकाफ पर बैठे रोजेदारउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर21 रमजान की शाम मुसलिम मुहल्लों में अलग ही खुशियां लेकर आयी. बुधवार को चांद का दीदार और अपने घर में अफ्तार करने के बाद काफी संख्या में रोजेदार एत्तेकाफ पर बैठने के लिए मसजिदों की ओर रवाना हो गये. परिवार के सदस्यों ने माला […]
या हेडिंग : मसजिदों में एत्तेकाफ पर बैठे रोजेदारउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर21 रमजान की शाम मुसलिम मुहल्लों में अलग ही खुशियां लेकर आयी. बुधवार को चांद का दीदार और अपने घर में अफ्तार करने के बाद काफी संख्या में रोजेदार एत्तेकाफ पर बैठने के लिए मसजिदों की ओर रवाना हो गये. परिवार के सदस्यों ने माला पहनाकर उन्हें विदा किया.मसजिदों में एत्तेकाफ पर बैठनेवालों में नौजवानों की संख्या काफी अधिक है. वैसे परिवार के सदस्य जो घर के अकेले मुखिया हैं, उन्हांेने ईद तक की जिम्मेदारी को पूरा कर मसजिद का मार्ग पकड़ लिया. एत्तेकाफ पर बैठनेवाले रोजेदार अब चांद का दीदार करने के बाद ही मसजिदों से बाहर आयेंगे. एत्तेकाफदारों ने मगरिब के पहले बाजार की सारी खरीददारी की और अपने लिए भी जरूरी सामान लिया. मसजिद कमेटी ने उनके लिए अलग से लोगों की नियुक्ति की है, जो पूरा ख्याल रखेंगे. इमाम हुसैनी मसजिद में काफी संख्या में रोजेदार एत्तेकाफ पर बैठे हैं. मसजिद के इमाम मौलाना सैय्यद सैफुद्दीन असदक जो खुद एत्तेकाफ पर बैठे हैं, युवाओं को दीनी और दुनियावी जानकारियां प्रदान करने के लिए विशेष क्लास लगा रहे हैं. इमाम सैय्यद असदक ने बताया एत्तेकाफ के दौरान बतायी जानेवाली जरूरी धार्मिक बातों को रोजेदार अपने जीवन का हिस्सा बना लेते हैं. उनका समय भी काफी अच्छा व्यतीत होता है.