दो ब्लास्ट फर्नेस बंद होंगे, सरप्लस होंगे कर्मी
जमशेदपुर: टाटा स्टील के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के धरातल पर उतारने के बाद अब लगभग सभी विभागों के मैनपावर की पुर्नसमीक्षा शुरू कर दी गयी है और कुछ पुराने प्लांट को बंद करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. इसके तहत सबसे पहले ए टू एफ ब्लास्ट फर्नेस के दो फर्नेस को बंद करने की […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के धरातल पर उतारने के बाद अब लगभग सभी विभागों के मैनपावर की पुर्नसमीक्षा शुरू कर दी गयी है और कुछ पुराने प्लांट को बंद करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. इसके तहत सबसे पहले ए टू एफ ब्लास्ट फर्नेस के दो फर्नेस को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके तहत कर्मचारियों को सरप्लस किया जायेगा.
कुछ कर्मचारी जो एडजस्ट हो जायेंगे, उनको विभागों में एडजस्ट कर दिया जायेगा और जो नहीं हो सके, उनका एडजस्टमेंट नहीं होगा. उनको सरप्लस पुल में भेज दिया जायेगा. अकेले ब्लास्ट फर्नेस में करीब 250 से 300 कर्मचारी प्रभावित होने की आशंका है, जिसको लेकर मैनेजमेंट की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. यूनियन को भी इसकी जानकारी दे दी गयी है. इसके अलावा रॉ मैटेरियल मैनेजमेंट (आरएमएम) के भी कई सब सेक्शन को बंद किया जाना है और कई कार्य को सीधे रेलवे को ही सौंप दिया गया है. इसके बाद वहां भी कर्मचारी सरप्लस होंगे.
इसको लेकर मैनेजमेंट की ओर से यूनियन को प्रस्ताव दे दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि करीब 285 स्थायी कर्मचारी सरप्लस हो जायेंगे. इसको लेकर नये सिरे से मैनपावर को तय करने का प्रस्ताव यूनियन के पास लंबित है. सरप्लस पुल में यहां से भी कर्मचारियों को भेजा जायेगा. वैसे यह कोशिश यूनियन की ओर से की जा रही है कि सरप्लस पूल में कर्मचारियों को कम से कम भेजा जाये. साथ ही कर्मचारियों को ज्यादा परेशानी न हो.