नोवामुंडी में 30 वर्षों से हो रही है भगवान जगन्नाथ की पूजा

फोटो10 नोवा 1 – भगवान जगन्नाथ का भव्य मंदिर बन कर तैयार.10 नोवा 2 – मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले समाजसेवी साधु सिंह.प्रतिनिधि, नोवामुंडीप्रभु जगन्नाथ की पूजा नोवामुंडी में वर्ष 1985 से आरंभ हुई. टिस्को के टाउनशिप एरिया में भगवान जगन्नाथ की पूजा होती थी. जो अब मौसीबाड़ी के नाम से जाना जाता है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2015 7:04 PM

फोटो10 नोवा 1 – भगवान जगन्नाथ का भव्य मंदिर बन कर तैयार.10 नोवा 2 – मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले समाजसेवी साधु सिंह.प्रतिनिधि, नोवामुंडीप्रभु जगन्नाथ की पूजा नोवामुंडी में वर्ष 1985 से आरंभ हुई. टिस्को के टाउनशिप एरिया में भगवान जगन्नाथ की पूजा होती थी. जो अब मौसीबाड़ी के नाम से जाना जाता है. जहां श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण व प्रभु का भोग लगाया जाता है. यहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है. अब नोवामुंडी की डीवीसी स्थित भगवान जगन्नाथ प्रभु के भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है. जहां से भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलराम को चार चक्का वाले रथ पर चढ़ा कर मौसीबाड़ी पहुंचाया जाता है. रथ खींचने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु शिरकत करते हैं. 18 जुलाई को होने वाली रथ यात्रा की तैयारी कर दी गयी है. टिस्को मजदूर यूनियन के अध्यक्ष संजय दास के नेतृत्व में टीम गठित की गयी है. इधर, समाजसेवी साधु सिंह का जगन्नाथ मंदिर निर्माण में सराहनीय योगदान है. ये मंदिर पूजा-अर्चना के लिए जनता को समर्पित है. रंगरोगन का कार्य पूरा कर दिया गया है.

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