अलविदा-अलविदाओं यह शहर ए रमजान अलविदा आज
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरक्लब ए आश्कि (हृदय का आशिक) हुआ पारा-पारा (तार-तार) अलविदा-अलविदा माह ए रमजान अलविदा की गूंज जुमा की नमाज के बाद सुनायी पड़ेगी. खाड़ी देश में रहनेवाले अजमल खान और मकसूद अनवर खान ने गुरुवार को चांद देखे जाने के बाद बताया कि जुमा को ईद उल फितर मनाये जाने का ऐलान कर […]
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरक्लब ए आश्कि (हृदय का आशिक) हुआ पारा-पारा (तार-तार) अलविदा-अलविदा माह ए रमजान अलविदा की गूंज जुमा की नमाज के बाद सुनायी पड़ेगी. खाड़ी देश में रहनेवाले अजमल खान और मकसूद अनवर खान ने गुरुवार को चांद देखे जाने के बाद बताया कि जुमा को ईद उल फितर मनाये जाने का ऐलान कर दिया गया है. वहीं शहर में जुमा के दिन जुमाएतुल अलविदा की नमाज पढ़ी जायेगी. ईद-उल-फितर 1436 हिजरी 18 जुलाई दिन शनिवार को ईद मनायी जायेगी. रमजान की आने की खुशी अपने आप में मुसलिम समुदायों में देखी जाती है, जिसका जिक्र कुरान और हदीसों में है. रमजान के जुदा होने का गम स्वाभाविक है. जुदाई (अलविदा) अपने आप कष्ट का परिचायक है, जिसका होना अपने आप में लाजमी है. शहर के मसजिदों के इमामों ने रोजेदारों से जुमा को चांद का दीदार करने की अपील की है. चांद का दीदार होते ही इसकी इत्तीला करें.