जमशेदपुर. डुमरिया के भालुकपातड़ा गांव के हाथियापाटा टोला की दुष्कर्म पीड़िता आठ साल की बच्ची को शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल में भरती कराया गया है. डीसी के आदेश पर सिविल सजर्न डॉ एसके झा एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा स्वर्ण सिंह एमजीएम अस्पताल पहुंचे और बच्ची की स्थिति की जानकारी ली. डीसी ने सिविल […]
जमशेदपुर. डुमरिया के भालुकपातड़ा गांव के हाथियापाटा टोला की दुष्कर्म पीड़िता आठ साल की बच्ची को शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल में भरती कराया गया है. डीसी के आदेश पर सिविल सजर्न डॉ एसके झा एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा स्वर्ण सिंह एमजीएम अस्पताल पहुंचे और बच्ची की स्थिति की जानकारी ली. डीसी ने सिविल सजर्न को अपनी देखरेख में बच्ची का इलाज कराने का निर्देश दिया. वह चल-फिर नहीं पा रही है.
उसकी स्थिति खराब है. शुक्रवार को प्रभात खबर में रिपोर्ट छपने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. इसके पहले प्रभात खबर ने अपनी ओर से पहल करते हुए बच्ची को इलाज के लिए भेजवाने की व्यवस्था की. घाटशिला के सुवर्णरेखा नर्सिग होम के रंजीत ठाकुर एंबुलेंस लेकर डुमरिया पहुंचे.
दूसरी ओर डीसी का आदेश मिलते ही डॉ दुर्गा चरण मुमरू वाहन लेकर बच्ची के घर पहुंचे. बच्ची को डुमरिया सीएचसी ले जाया गया. वहां से बेहतर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया. साथ में मां-पिताजी आये हैं. ज्ञात हो कि मासूम को तीन जुलाई को डॉक्टरी जांच के लिए घाटशिला के अनुमंडल अस्पताल लाया गया था. यहां से उसे जमशेदपुर के सदर अस्पताल भेजा गया था. वहां से एमजीएम भेजा गया. वहां डॉक्टरी जांच हुई. मगर न तो उसका इलाज किया गया. न ही दवा दी . जांच के बाद पुलिस ने उसे रात में घर पहुंचा दिया था.
डॉक्टरी जांच के बाद बेटी को घर पहुंचा दिया गया. उसकी स्थिति बिगड़ती गयी. मेरे पास उसके इलाज कराने के पैसे नहीं हैं. जब से बेटी बिस्तर पर पड़ी, कहीं काम करने भी नहीं गया. -पीड़िता के पिता