कांड्रा में आनंदमार्ग का योग शिविर आयोजित (फोटो आनंद मार्ग के नाम से सेव है)
जमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से कांड्रा स्थित आश्रम में योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया. शिविर में भाग लेने वाले लोगों को पेड़-पौधों के औषधीय गुणों की जानकारी भी दी गयी. इस विषय में नवारूणानंद अवधूत ने बताया कि जीवात्मा के परमात्मा से एकाकार होने […]
जमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से कांड्रा स्थित आश्रम में योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया. शिविर में भाग लेने वाले लोगों को पेड़-पौधों के औषधीय गुणों की जानकारी भी दी गयी. इस विषय में नवारूणानंद अवधूत ने बताया कि जीवात्मा के परमात्मा से एकाकार होने का नाम ही योग है. जिस तरह पानी और चीनी को मिलाने से दोनों एकाकार हो जाते हैं, उसी तरह आध्यात्मिक साधना के माध्यम से जब साधक परमात्मा के साथ मिल कर एकाकार हो जाता है तो उस समय मैं तथा परमात्मा का अस्तित्व बोध नहीं रहता. आध्यात्मिक साधना की यही प्रक्रिया योग कहलाती है. आसन करने से शरीर एवं मन स्वस्थ रहते हैं, इससे शरीर एवं मन का संतुलन बना रहता है. प्राणायाम स्वांस की प्रक्रिया है जो सांसों पर नियंत्रण के साथ ईश्वरीय भाव का आरोपण करती है.