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ठप रहीं कक्षाएं, परेशान रहे छात्र, टालनी पड़ी परीक्षाएं

जमशेदपुर: दहशत के तीन दिन, शहर में दु:स्वपA के रूप में याद किये जायेंगे. इन तीन दिनों तक शैक्षिक गतिविधियां थमी रहीं. केजी से लेकर पीजी तक की कक्षाएं थमीं रहीं, तो परीक्षाएं टाल देनी पड़ी. फलस्वरूप शिक्षकों से लेकर विद्यार्थियों तक की परेशानी बढ़ गयी. इतना ही नहीं, तीन दिन तक छात्र, अभिभावक व […]

जमशेदपुर: दहशत के तीन दिन, शहर में दु:स्वपA के रूप में याद किये जायेंगे. इन तीन दिनों तक शैक्षिक गतिविधियां थमी रहीं. केजी से लेकर पीजी तक की कक्षाएं थमीं रहीं, तो परीक्षाएं टाल देनी पड़ी. फलस्वरूप शिक्षकों से लेकर विद्यार्थियों तक की परेशानी बढ़ गयी. इतना ही नहीं, तीन दिन तक छात्र, अभिभावक व स्कूल-कॉलेज प्रबंधन भी अगले दिन कफ्यरू से राहत, पुन: कक्षाएं व परीक्षा संचालित होने आदि को लेकर परेशान रहे.
मानसिक प्रताड़ना व बाधाओं से जूझते रहे परीक्षार्थी : इस दौरान खासकर मैट्रिक-इंटर व स्नातक पार्ट टू के परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. 21 जुलाई को उपद्रव के माहौल में स्नातक पार्ट टू के कई परीक्षार्थी किसी तरह परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे, तो कई परीक्षा से वंचित रहे.
वहीं कफ्यरू के कारण 22 जुलाई को मैट्रिक व इंटर की संपूरक परीक्षा के परीक्षार्थियों को मार्ग में बधाओं का सामना करना पड़ा. केंद्र पर नहीं पहुंच पानेवाले परीक्षार्थियों को मानसिक प्रताड़ना भी ङोलनी पड़ी. अगले दिन समाचार पत्रों के माध्यम से उनके लिए विशेष परीक्षा का आयोजन किये जाने सूचना मिली, तब उन्होंने राहत की सांस ली.
कब होगी परीक्षा, कब होगा नामांकन
मैट्रिक व इंटर संपूरक परीक्षा में शामिल हो रहे परीक्षार्थियों की मानसिक परेशानी अब भी बहुत कम नहीं हुई है. शहर की स्थिति सामान्य होने के बाद ही झारखंड अधिविद्य परिषद द्वारा पुन: परीक्षा कार्यक्रमों की घोषणा किये जाने की बात कही गयी है. परीक्षा में विलंब के कारण रिजल्ट में भी विलंब हो सकता है. ऐसे में उन्हें इंटर या स्नातक पार्ट वन में एडमिशन को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
पिछड़ा सिलेबस : इन दिनों शहर के आइसीएसइ स्कूलों में प्राइमरी से लेकर माध्यमिक कक्षाओं तक में परीक्षा चल रही थी, जो बाधित रही. इस कारण कक्षाएं भी प्रभावित हुईं. स्कूलों की ओर से बताया गया है कि इन तीन दिनों के कारण करीब सिलेबस करीब 10 प्रतिशत पिछड़ गया है.

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