चोर का चेहरा सामने, लेकिन ढूंढ़ नहीं पा रही पुलिस

जमशेदपुर : शहर में चोर जितने शातिर और दुस्साहसी हैं, पुलिस उतनी ही सुस्त और लापरवाह. ताजा वाकया बर्मामाइंस थाने का है. करीब ढाई महीने पहले बर्मामाइंस के स्टार टॉकीज के समीप स्थित जेएम स्टोर पेट्रोल पंप से वहीं के कर्मचारी उमेश साहनी की स्कूटी चोरी हो गयी. इस चोरी की पूरी कहानी पेट्रोल पंप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2015 1:23 AM
जमशेदपुर : शहर में चोर जितने शातिर और दुस्साहसी हैं, पुलिस उतनी ही सुस्त और लापरवाह. ताजा वाकया बर्मामाइंस थाने का है. करीब ढाई महीने पहले बर्मामाइंस के स्टार टॉकीज के समीप स्थित जेएम स्टोर पेट्रोल पंप से वहीं के कर्मचारी उमेश साहनी की स्कूटी चोरी हो गयी.
इस चोरी की पूरी कहानी पेट्रोल पंप के सीसीटीवी और सामने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम के सीसीटीवी में कैद हो गयी. दोनों ही कैमरों में चोर को साफ-साफ देखा जा सकता है. लेकिन वीडियो फूटेज होने के बावजूद पुलिस पिछले ढाई माह में चोर की पहचान तक नहीं कर पायी है.
जबकि पुलिस को तीन माह में फाइनल रिपोर्ट भी प्रस्तुत करनी है. गाड़ी चोरी के अधिकांश मामलों में पुलिस कोर्ट में सबूत नहीं होने का कारण दे एफआरटी कर देती है, लेकिन जिन मामलों में साफ-साफ सबूत हाथ लगते हैं उन पर भी वह चुप्पी साधे बैठी है.
घटना 15 मई 2015 की है. उमेश साहनी ने बताया कि 15 मई की सुबह आठ बजे वे डय़ूटी खत्म करने के पहले अपने पंप के कैशियर के पास कैश का मिलान कर रहे थे,
उन्होंने अपनी काली रंग की स्कूटी जो 10 दिन पूर्व ही खरीदी थी, कैश काउंटर के बगल में ही बने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम के सामने खड़ी की थी. जब वे कैश का मिलान कर बाहर निकले तो देखा कि उनकी स्कूटी वहां नहीं है. सब जगह पता करने के बाद उन्होंने बर्मामाइंस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी. उसके बाद पेट्रोल पंप और एटीएम के सीसीटीवी से फुटेज भी निकलवाये.
जिसमें सूट-बूट पहना व्यक्ति पहले पेट्रोल पंप में पैदल आता है और इधर-उधर नजर दौड़ाने के बाद स्कूटी पर आराम से बैठकर उसे लेकर निकलता बनता है. मैंने ये दोनों फोटो पुलिस को भी दिये और अपने मैनेजर की मदद से सभी पेट्रोल पंपों पर भी लगवाये.
पर कोई फायदा नहीं हुआ. पुलिस अब भी जांच जारी होने का रोना रो रही है, और मैं रोज थाने दौड़ रहा हूं. सिटी एसपी से भी इस मामले में मिला. उन्होंने आश्वासन दिया कि दो दिन के अंदर चोर को पकड़ लिया जायेगा. लेकिन कुछ नहीं हुआ, आज ढाई माह बीत गये. मैंने रिश्तेदारों से पैसे उधार ले-लेकर स्कूटी खरीदी थी. आदित्यपुर निवासी उमेश साहनी पंप में पिछले दस वर्ष से कार्य कर रहे हैं.

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