जेपी आंदोलनकारियों को पेंशन बर्दाश्त नहीं

जमशेदपुर : झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी कर जेपी आंदोलनकारियों को अगर वर्तमान सरकार पेंशन और सम्मान देगी तो इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा. जमशेदपुर के आस-पास के गांवों को मिलाकर ग्रेटर जमशेदपुर बनने नहीं दिया जायेगा. श्री सोरेन शनिवार को उलियान में आयोजित निर्मल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2015 5:22 AM
जमशेदपुर : झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी कर जेपी आंदोलनकारियों को अगर वर्तमान सरकार पेंशन और सम्मान देगी तो इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
जमशेदपुर के आस-पास के गांवों को मिलाकर ग्रेटर जमशेदपुर बनने नहीं दिया जायेगा. श्री सोरेन शनिवार को उलियान में आयोजित निर्मल महतो के 28वें शहादत दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शहर के आस-पास के आदिवासी-मूलवासियों को उजाड़ कर जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया जायेगा.
सभा को चक्रधरपुर के विधायक शशि भूषण सामड, खरसावां के विधायक दशरथ गागराई, मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी, मोहन कर्मकार, सविता महतो, सुमन महतो, कमलजीत कौर गिल, राजू गिरी, रामदास सोरेन, प्रमोद लाल, मोहन कर्मकार, शेख बदरुद्दीन, कृष्णा मार्डी, विनोद पांडेय, बाबर खान, गुरमीत सिंह गिल, जितेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया. संचालन झायुमो के जिलाध्यक्ष महावीर मुमरू ने किया
झारखंड के लोगों के डीएनए में झामुमो बसा है : कुणाल
विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि रघुवर सरकार झारखंड में एक नयी संस्कृति पैदा कर रही है. हर कार्य के लिए तारीख तय हो रही है, फिर उस तारीख को अगली तारीख की घोषणा कर दी जाती है.
झामुमो मुक्त झारखंड की कल्पना करनेवाले मुख्यमंत्री को यह समझना चाहिए कि यहां के लोगों के डीएनए में झामुमो बसा है. स्थानीय लोगों को एक बार फिर से संगठित होने की जरूरत है, ताकि हम 81 सीटों पर जीत हासिल कर सकें.
बिना बोले मंच से उतर कर चले गये गुरुजी के पुत्र
जमशेदपुर : झारखंड छात्र मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष तथा गुरुजी के पुत्र बसंत सोरेन शहीद दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने के लिए रांची से जमशेदपुर आये थे. सभास्थल पर भी उनका परिचय मुख्य अतिथि के रूप में कराया गया. निचली पंक्ति के तीन-चार नेताओं का भाषण अभी हुआ ही था कि बसंत सोरेन अचानक मंच से उठ गये. जब तक लोग कुछ समझ पाते, वे गाड़ी में सवार होकर रांची के लिए रवाना हो गये.
वहां मौजूद पार्टी कार्यकर्ता इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे थे कि न तो गुरुजी आये और न ही हेमंत सोरेन और यदि बसंत सोरेन आये भी तो वे बीच में ही बिना संबोधन के चले गये. सुधीर महतो के निधन के बाद यह पहला आयोजन था. सविता महतो को रांची बुलाकर राज्यसभा का टिकट नहीं दिये जाने की भी चर्चा एक बार फिर शुरू हो गयी. युवा जदयू ने दी निर्मल महतो को श्रद्धांजलि : युवा जदयू के प्रदेशाध्यक्ष डॉ पवन कुमार पांडेय के नेतृत्व में चमरिया गेस्ट हाउस के पास शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
मौके पर विजयवासिनी पांडेय, अंजलि सिंह, तरणदीप सिंह, अरूप घोष, मोहम्मद रफीक, संतोष सामंत, अंगद राज, मोहम्मद दानिश, पप्पू सिंह, पप्पू पांडेय, घनश्याम कर्मकार उपस्थित थे.

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