महिलाओं की समस्याओं को लेकर होगा आंदोलन

जमशेदपुर. सरकार ने अगर महिलाओं की समस्याओं की अनदेखी की तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जायेगा. उक्त बातें झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ महिला उपसमिति के कन्वेंशन के दौरान कहीं गयी. साकची स्थित जैन भवन में चल रहे दो दिवसीय कन्वेंशन के अंतिम दिन रविवार को वक्ताओं ने महिलाओं की मूलभूत समस्याओं पर सरकार की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2015 8:56 AM
जमशेदपुर. सरकार ने अगर महिलाओं की समस्याओं की अनदेखी की तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जायेगा. उक्त बातें झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ महिला उपसमिति के कन्वेंशन के दौरान कहीं गयी. साकची स्थित जैन भवन में चल रहे दो दिवसीय कन्वेंशन के अंतिम दिन रविवार को वक्ताओं ने महिलाओं की मूलभूत समस्याओं पर सरकार की अनदेखी पर आक्रोश व्यक्त किया.

कन्वेंशन के दौरान शार्मिला ठाकुर ने स्वागत भाषण दिया वहीं संयोजिका आशा झा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. इस दौरान पूछे गये प्रश्नों का उत्तर आशा झा ने दिया़ कार्यक्रम को केंद्रीय समन्वय समिति पश्चिम बंगाल की अरुणा घोष एवं अलका मंडल ने संबोधित किया़.

सत्र के अंतिम पड़ाव पर नये सत्र के लिए संयोजिका आशा झा ने चुनाव की रूप रेखा एवं नामों का प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया. जिसमें संयोजिका- आशा झा, सह संयोजिका-रानी सोरेन, शर्मिला ठाकुर, उप संयोजिकाओं में महासंघ के सम्मेलन में निर्वाचित सभी महिला कर्मचारी निर्वाचित की गयी. सदन में सर्व सम्मति से इसे पारित कर दिया गया. इस दौरान नवीन चौधरी, रामाधार शर्मा, ए श्रीकुमार ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम में रूप कच्छप, शर्मिला ठाकुर, श्यामा देवी, पुतली देवी, शोभा कुमारी, निराली, हेमंती, के कमला, रवींद्रनाथ ठाकुर, दीपक कुमार साव, रामदयाल मुंडा, पवन कुमार, तुषार कांति बनर्जी, संत कुमार झा, विनोद शंकर शर्मा, देवेश नंदन गौतम, नरेश कुमार, मनोज तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे़.

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