बेटी को नहीं मारा, तो पति ने दे दिया जहर

पुत्री के जन्म के बाद पत्नी को लगातार करता था प्रताड़ित जमशेदपुर : ‘सेल्फी विद डॉटर’ और ‘बेटी है तो कल है’ जैसे स्लोगन के साथ केंद्र सरकार बेटी बचाओ जागरूकता अभियान चला रही है. इसके बावजूद समाज में कुछ लोग बेटा और बेटी के बीच भेदभाव करते हैं. कपाली के डांगुडीहमें बेटी को जन्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2015 8:34 AM
पुत्री के जन्म के बाद पत्नी को लगातार करता था प्रताड़ित
जमशेदपुर : ‘सेल्फी विद डॉटर’ और ‘बेटी है तो कल है’ जैसे स्लोगन के साथ केंद्र सरकार बेटी बचाओ जागरूकता अभियान चला रही है. इसके बावजूद समाज में कुछ लोग बेटा और बेटी के बीच भेदभाव करते हैं. कपाली के डांगुडीहमें बेटी को जन्म देने पर पत्नी को कीटनाशक देकर हत्या के प्रयास का मामला सामने आया है. विवाहिता को गंभीर अवस्था में गुरुनानक नर्सिंग होम में भरती कराया गया है.
उलीडीह थाने में पति कलीम अहमद के खिलाफ शिकायत की गयी है. विवाहिता रुकैया ने बताया कि 2013 में कलीम के साथ उसकी शादी हुई. शादी के कुछ दिन के बाद सास ने परिवार से अलग कर दिया. वह अपने पति कलीम अहमद के साथ रहती थी. 2014 में उसने बेटी को जन्म दिया. इसके बाद पति कलीम बेटी को जान से मारने की बात करने लगा.
वह बेटी को देखना भी नहीं चाहता है. ड्यूटी से घर आने पर पत्नी से कहता था- बेटी की हत्या कर दो. तुमने बेटी क्यों पैदा की. अगर बेटी को नहीं मार सकती, तो तुम मर जाओ. इसे लेकर अकसर बकझक होती थी. एक अक्तूबर को इसे लेकर दोनों में काफी बहस हुई. इसके बाद उसने रुकैया को कीटनाशक खिला दिया और फरार हो गया.इसकी जानकारी रुकैया के जेठ को मिली. उसे गुरुणानक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
एक बार भी देखने नहीं आया दामाद
रुकैया के पिता मो. इजराफिल ने बताया कि घटना के बाद दामाद कलीम अहमद एक बार भी पत्नी को देखने नहीं आया. उलीडीह पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी, लेकिन दो दिन बाद भी पुलिस रुकैया का बयान दर्ज करने नहीं आयी.

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