पारंपरिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का संकल्प

पारंपरिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का संकल्पकरनडीह: माझी परगना महाल का कोल्हान स्तरीय पारंपरिक ग्रामप्रधानों का सम्मेलन फोटो डीएस 4 व 5संवाददाता, जमशेदपुर करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान प्रांगण में माझी परगाना महाल के धालभूम अनुमंडल स्तरीय सम्मेलन में पारंपरिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का संकल्प लिया गया.माझी परगाना महाल पूर्वी सिंहभूम की ओर से आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2015 10:44 PM

पारंपरिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का संकल्पकरनडीह: माझी परगना महाल का कोल्हान स्तरीय पारंपरिक ग्रामप्रधानों का सम्मेलन फोटो डीएस 4 व 5संवाददाता, जमशेदपुर करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान प्रांगण में माझी परगाना महाल के धालभूम अनुमंडल स्तरीय सम्मेलन में पारंपरिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का संकल्प लिया गया.माझी परगाना महाल पूर्वी सिंहभूम की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में पोटका, बोड़ाम, पटमदा व जमशेदपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों के माझी बाबा, परगाना बाबा, बुद्धिजीवी व प्रबुद्ध नागरिकों ने शिरकत की. सम्मेलन में संताल समाज के पारंपरिक नीति-नियम समेत माझी, परगना, पाराणिक, गोडेत आदि को मानदेय देने के संबंध में मंथन किया गया. जुगसलाई तोरोफ परगना-दासमात हांसदा ने कहा कि पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को मजबूत बनाने की जरूरत है. पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट ने भी सर्वोपरि माना है. इस व्यवस्था का हनन न हो इस पर जिला प्रशासन को सोचना चाहिए. इस दौरान राज्य सरकार की ओर से जिले स्तर पर गठित जनजातीय विकास परिषद के सदस्य डीसी मुर्मू व दुर्गाचरण मुर्मू को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अंत में तय हुआ कि परगना महाल 1 नवंबर को करनडीह जयपाल मैदान में पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था के चलाने वाले प्रमुखों का बड़ा सम्मेलन का आयोजन करेगा. सम्मेलन में परगना महाल के जिला सचिव- मधु सोरेन, हल्दीपोखर परगना- सुशील हांसदा, आसनबनी परगना- हरिपोदो मुर्मू, उकाम परगना- राजाराम हांसदा, कोवाली परगना- प्रधान टुडू समेत अन्य माझी ने भी अपनी बातों को रखा. इस अवसर पर कोल्हान प्रमंडल स्तर के 225 पारंपरिक माझी बाबा ने शिरकत की.

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