शौचालयों की मरम्मत हुई, सफाईकर्मी की समस्या (मनमोहन)

शौचालयों की मरम्मत हुई, सफाईकर्मी की समस्या (मनमोहन)- जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में 10 हजार विद्यार्थियों पर छह शौचालयवरीय संवाददाता, जमशेदपुरमानगो स्थित जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में स्वच्छता अभियान को कुछ हद तक गति मिली है, लेकिन सफाईकर्मी की समस्या के कारण शौचालयों की नियमित सफाई नहीं हो पाती. फलस्वरूप गंदगी रहती है. हालांकि हाल के वर्षों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 9:32 PM

शौचालयों की मरम्मत हुई, सफाईकर्मी की समस्या (मनमोहन)- जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में 10 हजार विद्यार्थियों पर छह शौचालयवरीय संवाददाता, जमशेदपुरमानगो स्थित जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में स्वच्छता अभियान को कुछ हद तक गति मिली है, लेकिन सफाईकर्मी की समस्या के कारण शौचालयों की नियमित सफाई नहीं हो पाती. फलस्वरूप गंदगी रहती है. हालांकि हाल के वर्षों में कॉलेज प्रशासन ने शौचालयों में टाइल्स वगैरह लगाया गया है. वहीं एक कंपनी के सहयोग से (सीएसआर के तहत) कॉलेज परिसर में दो नये शौचालयों का निर्माण कराया गया है. इस तरह कॉलेज में कुल छह शौचालय हैं. इसमें तीन छात्र व तीन छात्राओं के लिए हैं. जबकि छात्र-छात्राओं की कुल संख्या करीब 10 हजार है. इनमें छात्राओं की संख्या 3200 के लगभग है.एजेंसी ने नहीं दिया सफाईकर्मीकोल्हान विश्वविद्यालय ने सफाई आदि कार्य को आउटसोर्स कर दिया है. इसकी जिम्मेवारी एक एजेंसी को सौंपी गयी है. एजेंसी ने कर्मचारियों की नियुक्ति की है, लेकिन सफाई कर्मी की नियुक्ति नहीं की गयी है. अत: कॉलेज ने अपने स्तर से ही एक सफाईकर्मी की व्यवस्था की है. उसके नियमित नहीं आने पर शौचालयों की सफाई नहीं हो पाती है.नये भवन के शौचालय में खड़ा होना मुश्किलकॉलेज परिसर में हाल के वर्षों में निर्मित शौचालयों की स्थित ठीक नहीं है. सेप्टिक पेन पर गंदगी की परत जमी हुई है. बताया जाता है कि इस भवन में करीब आठ महीने तक पानी नहीं था. इस कारण यह स्थिति हुई है. उसे साफ कराने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो सका.————————————— शौचालयों की सफाई के लिए एजेंसी की ओर से सफाईकर्मी उपलब्ध नहीं कराया गया है. कॉलेज ने अपने स्तर से ही इसकी व्यवस्था की है. हाल के दिनों में दो शौचालय का निर्माण कराया गया है. इस तरह कॉलेज में शौचालय पर्याप्त हैं. नये भवन के शौचालय में जमी गंदगी को साफ कराने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो सका. अब उसे तोड़ कर बनवाने पर विचार किया जा रहा है.डॉ डीपी शुक्ल, प्रभारी प्राचार्य, जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज\\\\B

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