करबला का वाक्या सुन नम हो गयीं आंखें
करबला का वाक्या सुन नम हाे गयीं आंखें साकची एल टाउन में हुसैनी मिशन की मजलिस (फ्लैग)( 16 मुसलिम ) जमशेदपुर. साकची एल टाउन अरपत राेड स्थित एसएम हैदर के अावास पर हुसैनी मिशन की अाेर से मजलिस का आयाेजन किया गया. शुक्रवार काे दूसरा दिन था. अपने संबोधन में माैलाना माेहम्मद अली जबलपुरी ने […]
करबला का वाक्या सुन नम हाे गयीं आंखें साकची एल टाउन में हुसैनी मिशन की मजलिस (फ्लैग)( 16 मुसलिम ) जमशेदपुर. साकची एल टाउन अरपत राेड स्थित एसएम हैदर के अावास पर हुसैनी मिशन की अाेर से मजलिस का आयाेजन किया गया. शुक्रवार काे दूसरा दिन था. अपने संबोधन में माैलाना माेहम्मद अली जबलपुरी ने कहा कि हुसैन के गम काे कभी नहीं भुलाया जा सकता है. उनकी याद को सीने से लगाये रखेंगे. उनकी याद में नाैहा पढ़ेंगे. माैलाना ने जब बाेलना शुरू किया ताे करबला में हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों की शहादत का गम ताजा हो गया, अजादार सिसकियां भरते गम-ए-हुसैन में शरीक हुए. नौहा सुन अजादार ए हुसैन के मुंह से बस या हुसैन की सदाएं निकल रहीं थीं और आंखें नम थी. मजलिस में बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लाेग माैजूद थे.