इमारत ए शरिया के अमीर- ए- शरीयत मौलाना सैय्यद निजामुद्दीन का निधन (फोटो है 16 सैय्यद निजामुद्दीन)
इमारत ए शरिया के अमीर- ए- शरीयत माैलाना सैय्यद निजामुद्दीन का निधन (फाेटाे है 16 सैय्यद निजामुद्दीन)-मुसलिम पर्सनल लॉ बाेर्ड के महासचिव सैय्यद निजामुद्दीन काे आज पटना फुलवारी शरीफ में किया जायेगा सुपुर्द ए खाकउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर इमारत ए शरिया के झारखंड-बिहार-आेड़िशा के अमीर- ए- शरीयत माैलाना सइद निजामुद्दीन (88) का शनिवार काे पटना में […]
इमारत ए शरिया के अमीर- ए- शरीयत माैलाना सैय्यद निजामुद्दीन का निधन (फाेटाे है 16 सैय्यद निजामुद्दीन)-मुसलिम पर्सनल लॉ बाेर्ड के महासचिव सैय्यद निजामुद्दीन काे आज पटना फुलवारी शरीफ में किया जायेगा सुपुर्द ए खाकउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर इमारत ए शरिया के झारखंड-बिहार-आेड़िशा के अमीर- ए- शरीयत माैलाना सइद निजामुद्दीन (88) का शनिवार काे पटना में इंतकाल हाे गया. माैलाना निजामुद्दीन मुसलिम पर्सनल लॉ बाेर्ड के महासचिव भी थे. वे पिछले कई दिनाें से बीमार चल रहे थे. शनिवार काे बाद नमाज जाेहर फुलवारी शरीफ स्थित इमारत शरिया परिसर में उनका इंतकाल हुआ. रविवार काे बाद नमाज जाेहर जनाजे की नमाज इमारत शरिया परिसर में ही पढ़ी जायेगी, इसके बाद उन्हें फुलवारी शरीफ स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जायेगा. 31 मार्च 1927 काे गया जिला के गाेरियाघाट में सैय्यद हुसैन के घर में सैय्यद निजामुद्दीन का जन्म हुआ था. मुसलिम पर्सनल लॉ बाेर्ड के महासचिव रहे माैलाना सैय्यद शाह मिनानतुल्लाह रहमानी (रअ.) के निधन के बाद माैलाना निजामुद्दीन काे सर्वसम्मति से बाेर्ड का महासचिव नियुक्त किया गया था. माैलाना अब्दुल रहमान (रअ.) के निधन के बाद इन्हें अमीर ए शरीयत नियुक्त किया गया.आरंभिक शिक्षा उन्हें घर में ही पिता के की देखरेख में प्रदान की गयी. इसके बाद 1941 में सेकेंडरी शिक्षा मदरसा इमदादिया दरभंगा में एक साल, उच्च शिक्षा 1942-47 में फैजुल दारूल उलूम देववंद में हासिल करने के बाद 1949-1962 तक चंपारण स्थित मदरसा रिजायल उलूम साथी के प्रिंसिपल आैर 1963-64 तक चतरा के मदरसा रशीदुल उलूम के प्रिंसिपल रहे. 1965-1998 में इमारत ए शरिया के नाजिम रहे. इसके अलावा वे 1998 से अमीर ए शरियत, इमारत शरिया (बिहार, आेड़िशा आैर झारखंड ), मई 1991 से अॉल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बाेर्ड के महासचिव, देववंद स्थित मसजिद ए शूरा के मेंबर, लखनऊ स्थित मसजिद ए मुंतजमा दारूल उलूम नदवतुल उलेमा के सदस्य थे. इसके अलावा वे सेंट्रल वक्फ बाेर्ड के दाे साल तक सदस्य भी रहे. इमारत शरिया के काजी सऊद आलम, माैलाना आफाक ने उनके निधन पर गहरा अफसाेस व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सेवा हमेशा याद की जायेगी.