जमशेदपुर क्वाइन कलेक्टर्स क्लब के संस्थापक गुहा दा नहीं रहे (फोटो)
जमशेदपुर क्वाइन कलेक्टर्स क्लब के संस्थापक गुहा दा नहीं रहे (फोटो)वरीय संवाददाता, जमशेदपुर पाषाण काल से लेकर आधुनिक काल के सिक्कों का संग्रह कर शहरवासियों को इतिहास से रू-ब-रू कराने वाले कल्याण गुहा अब अब इस दुनिया में नहीं रहे. जमशेदपुर क्वाइन कलेक्टर्स क्लब के संस्थापक व महासचिव कल्याण गुहा ने 23 अक्तूबर की दोपहर […]
जमशेदपुर क्वाइन कलेक्टर्स क्लब के संस्थापक गुहा दा नहीं रहे (फोटो)वरीय संवाददाता, जमशेदपुर पाषाण काल से लेकर आधुनिक काल के सिक्कों का संग्रह कर शहरवासियों को इतिहास से रू-ब-रू कराने वाले कल्याण गुहा अब अब इस दुनिया में नहीं रहे. जमशेदपुर क्वाइन कलेक्टर्स क्लब के संस्थापक व महासचिव कल्याण गुहा ने 23 अक्तूबर की दोपहर साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली. 24 अक्तूबर की दोपहर दो बजे सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. वे अपने पीछे उमा गुहा, महुआ राय, तरुण राय, कुणाल गुहा के साथ भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं. उनके निधन से क्वाइन कलेक्शन से जुड़े लोगों में शोक की लहर है. झारखंड का पहला क्वाइन कलेक्टर्स म्यूजियम बनायाटाटा स्टील की ओर से डोनेट किया गया क्वाइन म्यूजियम, क्वाइन कलेक्टर्स क्लब द्वारा मेंटेन किया जाता है. यह झारखंड का पहला क्वाइन म्यूजियम है. डॉ जेजे ईरानी के सहयोग से कल्याण गुहा व अन्य लोगों ने इसकी स्थापना की थी. 6 मार्च 1994 को इस सोसायटी की स्थापना तीन लोगों ने की थी. आज क्वाइन क्लब में 250 मेंबर हैं. सिक्के में झलकती है सभ्यता व संस्कृतिकल्याण गुहा का मानना था कि सिक्कों से भारत की सभ्यता और संस्कृति को समझी जा सकती है. आज के दौर में यूथ और इतिहास से लगाव रखने वाले इसके सहारे इतिहास को जान सकते हैं.