टॉक शो : दाल की बढ़ती कीमत

टॉक शो : दाल की बढ़ती कीमत हेडिंग::::दाल में काला नहीं, पूरी दाल ही काली है इस समय देश भर में दाल की कीमत आसमान छू रही है. इस वजह से आम लोग काफी परेशान हैं. कई घरों में दाल कम बन रही है. दाल की कीमत बढ़ने की मुख्य वजह लोग जमाखोरी बता रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 7:02 PM

टॉक शो : दाल की बढ़ती कीमत हेडिंग::::दाल में काला नहीं, पूरी दाल ही काली है इस समय देश भर में दाल की कीमत आसमान छू रही है. इस वजह से आम लोग काफी परेशान हैं. कई घरों में दाल कम बन रही है. दाल की कीमत बढ़ने की मुख्य वजह लोग जमाखोरी बता रहे हैं. दूसरी तरफ जमाखोरी रोकने के लिए प्रशासन लगातार छापेमारी कर रहा है. बावजूद इसके कीमत कम नहीं हो रहा. लाइफ @ जमशेदपुर की टीम ने लोगों इस मुद्दे पर बातचीत की. लोगों ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया. पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश : सरकारी गोदाम में दालों की कमी से यह नौबत आयी है. इसके लिए हद तक जमाखोरी भी जिम्मेदार है. सरकार को हर हाल में आम लोगों के लिए दाल की व्यवस्स्था करनी चाहिए. -दिनेश कुमार पांडेय, बारीडीह बस्ती से इसके लिए मुख्य रूप से केंद्र सरकार जिम्मेदार है. दाल खत्म हो गयी तब बाहर से दाल मंगायी जाने लगी. बीते वर्ष कम दाल आयी थी. इसका ख्याल रखा जाना चाहिए था. -एसए हक, धातकीडीह से समय पर आयात नहीं होने से देश में दाल की कमी हो गयी. दाल की कमी हो गयी, तो स्वाभाविक रूप से मांग बढ़ी. इसलिए इसकी कीमत आसमान छूने लगी. -भाग्यश्री, साकची से प्रशासन लतागार छापेमारी कर रहा है. लेकिन, उनके हाथ कुछ नहीं आ रहा. इसमें कहीं-न-कहीं व्यापारियों से प्रशासन की मिलीभगत की बू आती है.-मनीष कुमार साहू, बर्मामाइंस से जब दुकानदार समाज के प्रति अपनी जवाबदेही समझने लगेंगे, उसी दिन से सब कुछ ठीक हो जायेगा. ऐसे समय में मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार जमाखोरी करते हैं. -विशाल, गोलमुरी बाजार से प्रशासन अच्छी तरह से निगरानी नहीं कर पा रहा. वह पूरी तरह से फेल हो गया है. छापेमारी दिखावा भर है. छापेमारी में कहीं कुछ मिलेगा नहीं, ऐसा हो नहीं सकता. -प्रीति राहा, गरमनाला से

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