टॉक शो : कॉल ड्रॉप व मुआवजा
टॉक शो : कॉल ड्रॉप व मुआवजा हेडिंग::: सभी ने ट्राइ के फैसले को सराहा अक्सर लोगाें को कॉल ड्रॉप का सामना करना पड़ता है. बात करते-करते सिग्नल चला जाता है और कॉल कट जाती है. लाख कोशिश के बावजूद बात नहीं हो पाती और पैसे कटते रहते हैं. इसकी शिकायतों पर ट्राइ (टेलीकॉम रेगुलेटरी […]
टॉक शो : कॉल ड्रॉप व मुआवजा हेडिंग::: सभी ने ट्राइ के फैसले को सराहा अक्सर लोगाें को कॉल ड्रॉप का सामना करना पड़ता है. बात करते-करते सिग्नल चला जाता है और कॉल कट जाती है. लाख कोशिश के बावजूद बात नहीं हो पाती और पैसे कटते रहते हैं. इसकी शिकायतों पर ट्राइ (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने कंपनियों को मुआवजा भुगतान का आदेश दिया है. ट्राइ ने साफ किया है कि मुआवजा प्रति कॉल तीन रुपये की दर से देना होगा, जो एक जनवरी से लागू होगा. कॉल ड्रॉप से होने वाली परेशानियों और ट्राइ के आदेश पर लाइफ @ जमशेदपुर की टीम ने शहरवासियों से बातचीत की. लोगों ने ट्राइ के फैसले को सराहा है. पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश : लोगों को कई बार अर्जेंट काम होता है. उन्हें हॉस्पिटल जाना होता है, रेलवे संबंधी जानकारी लेनी होती है. ऐसे समय में कॉल ड्रॉप होने पर इरिटेशन होता है. – सुनील तिग्गा, घोड़ाबांधा से ट्राइ की तरफ से मुआवजे की घोषणा अच्छी खबर है. इससे कंपनी को सबक मिलेगा. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि मुआवजे के पैसे तुरंत आ जाना चाहिए. – निकिता सिंह, साधुडेरा, लोयोला बीएड कॉलेज के पास कई बार जरूरी काम के समय कॉल ड्रॉप हो जाती है. समय पर काम नहीं हो पाता. उदाहरण के लिए बिजनेस संबंधी बातचीत तुरंत हो जानी चाहिए. वीनू झा, बारीडीह से स्टूडेंट्स को परीक्षा के समय दोस्तों से तैयारी आदि को लेकर बातचीत करनी होती है. परीक्षा की तिथि, प्रोग्राम आदि की जानकारी लेनी होती है. ऐसे समय में कॉल ड्रॉप से छात्र परेशान हो जाते हैं. – अमन कुमार, टेल्को से ट्राइ का फैसला सही है. कार्रवाई होगी, तो कंपनी में सुधार होगा. एक तो आपकी बातचीत नहीं हो पाती है, दूसरा आपके पैसे भी कट जाते हैं. कंपनी को हर्जाना देना ही चाहिए. -रामेश्वर सिंह, गोविंदपुर से कॉल ड्रॉप होने से जरूरी बातचीत नहीं हो पाती. ऐसी स्थति में ग्राहकों के पास कंपनी के खिलाफ शिकायत करने का अधिक ऑप्शन नहीं था. फैसला सही है. -आमीर हसन, गरमनाला से