कारखाना से ही प्रबंधन व यूनियन का अस्तत्वि : आरटी वार्के (इंटक 1,2)

कारखाना से ही प्रबंधन व यूनियन का अस्तित्व : आरटी वार्के (इंटक 1,2) – इंडस्ट्री अॉल का दो दिवसीय कार्यशाला संपन्नसंवाददाता, जमशेदपुरकारखाना रहने पर ही प्रबंधन, यूनियन व मजदूर का अस्तित्व है, इसलिए कारखाना का विकास सबसे अधिक जरूरी है. उक्त बातें इंडस्ट्री अॉल की कार्यशाला में लाफार्ज के उपाध्यक्ष आरटी वार्के ने कही. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2015 12:59 AM

कारखाना से ही प्रबंधन व यूनियन का अस्तित्व : आरटी वार्के (इंटक 1,2) – इंडस्ट्री अॉल का दो दिवसीय कार्यशाला संपन्नसंवाददाता, जमशेदपुरकारखाना रहने पर ही प्रबंधन, यूनियन व मजदूर का अस्तित्व है, इसलिए कारखाना का विकास सबसे अधिक जरूरी है. उक्त बातें इंडस्ट्री अॉल की कार्यशाला में लाफार्ज के उपाध्यक्ष आरटी वार्के ने कही. उन्होंने आगे कहा कि उद्योग का विकास होने पर उसका लाभ श्रमिकों को ही मिलेगा. इंडस्ट्री अॉल के राष्ट्रीय संयोजक (प्रोजेक्ट) आशुतोष भट्टाचार्य ने कार्यक्रम का आयोजन के लिए राकेश्वर पांडेय की टीम की सराहना की. इंडस्ट्री अॉल के महिला शाखा की अध्यक्ष देविका सिंह ने महिला सशक्तीकरण पर प्रकाश डाला. यूथ इंटक के राष्ट्रीय सचिव संजीव श्रीवास्तव ने असंगठित मजदूरों को संगठित करने पर अपने विचार दिये. कार्यशाला में लोगों के बीच ग्रुप डिस्कशन हुआ. ज्ञात हो कि मजदूरों की समस्याअों पर प्रबंधन के साथ सामूहिक सौदेबाजी में वक्त के साथ आ रही परेशानी, महिला मजदूरों को संगठित कर सुविधा दिलाने और असंगठित मजदूरों को संगठित करने को लेकर ट्रेड यूनियन नेताअों ने ट्यूब मेकर्स क्लब में इंडस्ट्री अॉल के बैनर तले दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में तार कंपनी यूनियन के महामंत्री आशीष अधिकारी, टीएसपीडीएल यूनियन के उपाध्यक्ष सच्चिदानंद, सहायक सचिव दिनेश कुमार, लाफार्ज यूनियन के टीके चौधरी, केसी सिंह, पीबीआर मूर्ति, शिखा चौधरी, जुबेदा बेगम, राजदीप सिंह, केपी शर्मा समेत अन्य शामिल हुए.

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