शुभ मुहूर्त में मनेंगे दीपावली शृंखला के सभी त्योहार::::संपादित
शुभ मुहूर्त में मनेंगे दीपावली शृंखला के सभी त्योहार::::संपादित(फोटो दीपावली के नाम से सेव है)9 से 13 नवंबर तक चलेगी पांच दिवसीय पर्वों की शृंखलाइसी में हैं धन त्रयोदशी से लेकर दीपावली, भ्रातृ द्वितीया तक लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुरदीपावली तथा उसके पूर्व एवं पश्चात पड़ने वाले अनेक पर्व-त्योहारों की लगातार पांच दिवसीय शृंखला आगामी 9 […]
शुभ मुहूर्त में मनेंगे दीपावली शृंखला के सभी त्योहार::::संपादित(फोटो दीपावली के नाम से सेव है)9 से 13 नवंबर तक चलेगी पांच दिवसीय पर्वों की शृंखलाइसी में हैं धन त्रयोदशी से लेकर दीपावली, भ्रातृ द्वितीया तक लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुरदीपावली तथा उसके पूर्व एवं पश्चात पड़ने वाले अनेक पर्व-त्योहारों की लगातार पांच दिवसीय शृंखला आगामी 9 नवंबर (सोमवार) को धन त्रयोदशी एवं धन्वंतरि जयंती के साथ आरंभ हो रही है. यह 13 नवंबर (शुक्रवार) को भ्रातृ द्वितीया एवं यम द्वितीया के साथ संपन्न होगी. व्रतों की पांच दिवसीय शृंखला के तहत पहले दिन धन त्रयोदशी एवं धन्वंतरि जयंती, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी तथा हनुमान जयंती, तीसरे दिन दीपावली के साथ ही कुबेर पूजन, महालक्ष्मी पूजन, महाकाली पूजन, चौथे दिन गोवर्धन पूजा सह अन्न कूट महोत्सव तथा पांचवें दिन भ्रातृ द्वितीया एवं यम द्वितीया मनाये जाते हैं. पंच दिवसीय व्रत शृंखला में इस वर्ष कोई व्यवधान अथवा किसी तिथि की हानि नहीं हो रही है तथा हर रोज पूर्ण तिथियां प्राप्त हो रही हैं. चूंकि, पंच दिवसीय महापर्वों का शुभारंभ 9 नवंबर से हो रहा है, जिसमें चंद्रमा कन्या राशि एवं हस्त नक्षत्र में होगा. इसके अलावा त्रयोदशी तिथि भी होने के कारण यह अत्युत्तम संयोग बन रहा है. इस दिन धनतेरस एवं धन्वंतरि त्रयोदशी के पूजन के लिए उत्तम योग मिल रहा है तथा लोग शुभ लग्न में अपने मन की खरीदारी भी कर सकेंगे. शृंखला के दूसरे दिन 10 नवंबर को तुला राशि एवं तुला की चित्रा नक्षत्र होने के कारण नरक चतुर्दशी व मंगलवार होने के कारण हनुमान जयंती के लिए भी अति उत्तम संयोग बन रहा है. तीसरे दिन 11 नवंबर को चंद्रमा तुला राशि, स्वाति एवं विशाखा नक्षत्र तथा शोभन एवं सौभाग्य योग के साथ प्राप्त हो रहा है, जो शुभ दायक रहेगा. इस दिन दीपावली के साथ ही कुबेर पूजन, महालक्ष्मी पूजन तथा महाकाली पूजन भी है. दीपावली के निमित्त विशेष पूजा के साथ ही सामान्य गृहस्थों के लिए भी शुभ मुहूर्त बन रहा है. सामान्य लोग प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन कर सकेंगे तो निशीथ काल में महाकाली की पूजा के लिए भी शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है. शृंखला के चौथे दिन 12 नवंबर को गोवर्धन पूजा व अन्न कूट महोत्सव के लिए भी अच्छा संयोग मिल रहा है तथा अंतिम दिन 13 नवंबर को भ्रातृ द्वितीया व यम द्वितीया के लिए भी प्रात: काल में शुभ संयोग बन रहा है. इस दिन द्वितीया तिथि यद्यपि रात्रि 11:47 बजे तक है, किन्तु त्योहारों के लिए इसके विधान सुबह 10:00 बजे से पूर्व ही पूरे करने की सलाह दी जा रही है.