कई दशकों से करते आ रहे छठ::::असंपादित
कई दशकों से करते आ रहे छठ::::असंपादितलाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुर सूर्योपासना के इस पर्व को शहरवासी काफी श्रद्धाभाव के साथ मनाते हैं. यही कारण है कि इस पर्व से लोगों की अटूट आस्था है. छठ पर्व के आने से पूर्व ही घर परिवार में इस पर्व को लेकर रौनक दिखायी देने लगती है. छठी मईयां के गीतों […]
कई दशकों से करते आ रहे छठ::::असंपादितलाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुर सूर्योपासना के इस पर्व को शहरवासी काफी श्रद्धाभाव के साथ मनाते हैं. यही कारण है कि इस पर्व से लोगों की अटूट आस्था है. छठ पर्व के आने से पूर्व ही घर परिवार में इस पर्व को लेकर रौनक दिखायी देने लगती है. छठी मईयां के गीतों से घर प्रांगण का रोम रोम गूंज उठता है. पारंपरिक तैयारियों में परिवार के बड़े डूब जाते हैं. लाइफ@जमशेदपुर की इस रिपोर्ट में हम पेश कर रहे हैं ऐसे छठ वर्तियों की कहानी जो कई दशकों से निरंतर इस पर्व को मनाते आ रहे हैं. पेश है लाइफ@जमशेदपुर की यह रिपोर्ट. नाम- उषा देवी व नागेश्वर प्रसाद शुक्ला, सोनारी, कागलनगर निवासी पिछले 25 सालों से हर साल करती हूं व्रत- उषा देवी शहर के कागलनगर इलाके की रहने वाली उषा देवी बताती है कि परिवार के अच्छे स्वास्थ्य, खुशहाली व बेटों की नौकरी के उद्देश्य से छठी मईयां का व्रत पिछले 25 सालों से निरंतर करते ही आ रही हूं. इस पर्व से मेरी व हमारे पूरे परिवार की काफी आस्था जुड़ी हुई है. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमने अबतक जो कुछ भी चाहा वो हमें मिला है. 60 साल के उम्र के इस पड़ाव पर आने के बाद भी आज तक मुझे कभी भी व्रत करने में कोई परेशानी नहीं हुई. बल्कि छठ पूजा के दौरान मेरे बेटे व बेटियों के साथ पूरा परिवार भर जाता है. बच्चों की चहलकदमी, छठी मईयां के गीतों की गूंज उन दिनों का अपना अलग उत्साह होता है. जब तक मेरा शरीर साथ देगा आने वाले दिनों में मैं तब तक यूं ही व्रत करते रहूंगी. पूजा के दौरान मेरे पति व पूरे परिवार का काफी सपोर्ट रहता है. नागेश्वर प्रसाद शुक्ला बताते हैं कि पूजा के दौरान व हर समय हर कदम पर मैं उषा को पूरा सहयोग करता हूं. पूजा के दौरान सामान खरीदने की जिम्मेवारी मेरी ही रहती है. त्योहार के दौरान काफी खुशी हासिल होती है. पूरा परिवार एक जुट होता है. यह त्योहार हमारे लिए साल के सबसे अच्छे दिनों में से एक होता है.