आपकी तबीयत ज्यादा खराब नहीं है, सोमवार को आइयेगा

ओपीडी बंद रहने से इमरजेंसी में सिर्फ गंभीर मरीजों का हुआ इलाज जमशेदपुर : पकी तबीयत अभी ज्यादा खराब नहीं है, गंभीर होने पर इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर से दिखायें. छोटी-मोटी परेशानी है, तो सोमवार को ओपाडी में आकर डॉक्टरों को दिखायें. शनिवार को एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी मौजूद डॉक्टर मरीजों से यही बातें कह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 6:31 AM
ओपीडी बंद रहने से इमरजेंसी में सिर्फ गंभीर मरीजों का हुआ इलाज
जमशेदपुर : पकी तबीयत अभी ज्यादा खराब नहीं है, गंभीर होने पर इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर से दिखायें. छोटी-मोटी परेशानी है, तो सोमवार को ओपाडी में आकर डॉक्टरों को दिखायें. शनिवार को एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी मौजूद डॉक्टर मरीजों से यही बातें कह रहे थे.
इस कारण कई मरीजों को बिना इलाज के एमजीएम से लौटना पड़ा. ज्ञात हो कि मुखिया से छुट्टी लेने के सरकारी आदेश के खिलाफ डॉक्टरों ने शनिवार को ओपीडी में काम नहीं करने का निर्णय लिया था. शनिवार को एमजीएम व सदर अस्पताल में ओपीडी बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी हुई. स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (झासा) व आइएमए के बैनर तले सभी डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार किया़ आइएमए के सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह, डॉ बाखला, डॉ सुभाष मोदी सहित अन्य ने सदर, एमजीएम में ओपीडी बंद कराया़
ओपीडी के लिए नहीं हो रहा था रजिस्ट्रेशन : एमजीएम अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर में ओपीडी का कागज नहीं बन रहा था़ सिर्फ एक काउंटर पर इमरजेंसी के लिए कागज बनाया जा रहा था़
आज से काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे डॉक्टर
आइएमए जमशेदपुर के सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह ने बताया कि रविवार से सभी डॉक्टर अनिश्चित समय के लिए काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. इसके बाद भी सरकार आदेश वापस नहीं लेती है, तो सभी डॉक्टर सामूहिक इस्तीफा देंगे.
सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से भी लौटे मरीज : डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार का असर जिला सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी दिखा़ वहां से कई मरीज इलाज के बैगर लौट गये़ गंभीर मरीजों का इलाज इमरजेंसी में किया गया़
”मेरा पैर टूट गया था़ आज डॉक्टरों को दिखाना था़ अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि ओपीडी बंद है़ अब फिर दूसरे दिन आना होगा़ पैर में तकलीफ के कारण आने में परेशानी होती है़
-शिबू मोदक, पोटका
”बच्चे की तबीयत खराब है़ अस्पताल आयी, तो पता चला कि डाॅक्टर हड़ताल पर है़ं इमरजेंसी में गयी, तो डाॅक्टरों ने सोमवार को आने को कहा. बच्चे का इलाज नहीं हो सका़
-गुड़िया देवी, प्रेमनगर टेल्को

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